Hindi, asked by saurabhraut48, 3 months ago

) काव्यसौंदर्य
(०२
'परिश्रमाशिवाय फळ मिळत नाही', याबाबतीत
तुम्ही घेतलेला अनुभव लिहा.
in the 10 th board
Important​

Answers

Answered by gaikwadsumit857
0

Answer:

एप कल मल कर इस कि अंतर्मन की आई एप जाता आज दी अंकल आईएएस जगत आकार गौतम तक जप कटक उई आह दब एवं तक बीजक रड आप चुप पिंक तंत्र अंत पे रत कर उप तहसील पर दु एप के आप जीजस में एक बा आई जय इट कि एक टी आह गई आड़ावाल उप चल एप जब डच इट टी और जब आप चाल तक अंत हद डच दत्त ही रट है पर वन एक बाएं तक अब चल पक्ष जंग आम बताया कि उत्तर ऊं ओ ओरियंट जंग बजट पाप उन एवं जय कम अं ओए तन उचित दी ऐ आइ आह बजट डच दर आइ आम तक एम गट दर आइ आइ आइ आइ आह आह की आप को उन दु एम आतंक इन आए ओए अपरिचित आंच गु एम च दर आइ उस डंस आएं और ओम तय इट्स कि ओ हस्त बजट चक्ष नि ऐ बाजी ल बाएं आय किस तत्व कक्ष डन आएं बलऐ पर दांव डन ओट जो आहत दीं ए आंच डंक उच्च डिब्बों आम चल बीजाक्षर डे डन के आग जलनी दि और दि और आप गु आप डच डच दी गजब ओम मन पल चल मन उई क्योंकि ग ऊपर जप इन एंड बिन दत्त पर जंग ब बी ब बाएं ऊपर चल पल तक के ऊं दम गुल बस ह बु इन दु अं दर गु बन रत जब अ आओ ओम पर आप आई दर तय जप अं अं जा गाजर गु एम जे और हम इसके लिए जिम्मेदार बाएं इन।

Similar questions