क्या आप नीचे दिए गए कथनों से सहमत हैं। उनके समर्थन या विरोध के कारण भी दीजिए।
(क) धर्मनिरपेक्षता हमें धार्मिक पहचान बनाए रखने की अनुमति नहीं देती है।
(ख) धर्मनिरपेक्षता किसी धार्मिक समुदाय के अंदर या विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच असमानता के खिलाफ है। (ग) धर्मनिरपेक्षता के विचार का जन्म पश्चिमी और ईसाई समाज में हुआ है। यह भारत के लिए उपयुक्त नहीं है।
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Answer with Explanation:
(क) धर्मनिरपेक्षता हमें धार्मिक पहचान बनाए रखने की अनुमति नहीं देती है।
उत्तर : इस कथन से हम सहमत नहीं हो सकते क्योंकि धर्म निरपेक्षता हमें धार्मिक पहचान बनाए रखने की अनुमति देती है।
(ख) धर्मनिरपेक्षता किसी धार्मिक समुदाय के अंदर या विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच असमानता के खिलाफ है।
उत्तर : यह कथन सही है क्योंकि धर्मनिरपेक्षता किसी धार्मिक समुदाय के अंदर या विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच समानता की पक्षधर है।
(ग) धर्मनिरपेक्षता के विचार का जन्म पश्चिमी और ईसाई समाज में हुआ है। यह भारत के लिए उपयुक्त नहीं है।
उत्तर : इस कथन से हम सहमत नहीं हो सकते। यद्यपि यह बात सही है कि धर्मनिरपेक्षता की धारणा का जन्म पश्चिमी समाज में हुआ, परंतु भारत में जो धर्मनिरपेक्षता की धारणा पाई जाती है वह पश्चिमी धर्मनिरपेक्षता से अलग है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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