क्या होगा-(क) अगर वर्षा विलकुल ही न हो। (ख) अगर वर्षा बहुत अधिक हो। (ग) अगर वर्षा बहुत ही कम हो। (घ) वर्षा हो मगर आँधी-तूफान के साथ हो।(ङ) वर्षा हो मगर तुम्हारे स्कूल में छुट्टियाँ हों।
Answers
ये प्रश्न ‘आषाण का पहला दिन’ पाठ से लिया गया है, ये एक कविता है जिसके कवि ‘भवानी प्रसाद मिश्र’ हैं। हैं।
क्या होगा ?
(क) अगर वर्षा बिल्कुल ही न हो...
अगर वर्षा बिल्कुल ही ना होगी तो एकदम सूखा पड़ जाएगा। चारों तरफ त्राहि-त्राहि मच जाएगी। नदी-नाले, तालाब, झील सब कुछ सूख जाएंगे। जमीन सूखने लगेगी। खेती के लिए पानी नहीं होगा खेती नहीं हो पाएगी। जिसे अनाद के उत्पादन नही हो सकेगा और खाने को अनाज नहीं मिलेगा। लोग भूखे मरने लगेंगे।
(ख) अगर वर्षा बहुत अधिक हो तो...
अगर वर्षा बहुत अधिक हो तो चारों तरफ पानी ही पानी हो जाएगा। नदियों तालाबों में बाढ़ आ जाएगी। सब कुछ पानी में बह जाएगा और जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा।
(ग) अगर वर्षा बहुत कम हो तो...
अगर वर्षा बहुत कम होगी तो गर्मी का प्रकोप रहेगा। हरियाली की कमी हो जाएगी। पेड़ पौधे सूखने लगेंगे। बहुत अच्छी फसल नहीं होगी, जिसके कारण अनाज के उत्पादन में कमी आएगी और पानी की कमी हो सकती है।
(घ) अगर वर्षा हो मगर आंधी तूफान के साथ हो तो...
अगर वर्षा आंधी-तूफान के साथ होगी तो जान-माल की क्षति होने की आशंका बनी रहेगी। आंधी तूफान के कारण पेड़-पौधे टूट कर गिर सकते हैं। मकान-इमारतों आदि पर भी असर पड़ेगा। बिजली की आपूर्ति प्रभावित होगी। संचार के साधनों पर बुरा असर पड़ेगा। इस सब कारणों से सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।
(ड.) वर्षा हो मगर तुम्हारे स्कूल की छुट्टियां हों...
अगर वर्षा हो और हमारे स्कूल की छुट्टियां हों तो हम थोड़ी देर वर्षा में भीगेंगे। फिर अपने घर पर वर्षा का आनंद लेंगे। माँ से कहकर पकोड़े बनवायेंगे और उन्हे गर्मा-गर्म चाय के साथ टीवी देखते हुये खायेंगे। फिर अपनी पढ़ाई करेंगे और पढ़ाई से संबंधित जो भी कार्य पेंडिंग पड़ा उसे पूरा करेंगे।
Explanation:
तो धरती पर सेम मानव जीवन जल जीवन पेड़ पौधेनष्ट हो जाएंगे और धरती झुलस जाएगी
तो सारी धरती जल माई होकर चारों ओर तबाही मच जाएगी एक पेड़ पौधे आदि का विनाश होगा