क्या तुम सोचते हो कि दासों के लिए संघ में प्रवेश करना आसान रहा होगा, तर्क सहित उत्तर दो।
Answers
दासों के लिए संघ में प्रवेश करना आसान नहीं रहा होगा, क्योंकि दासों का कोई अधिकार नहीं था।
दास अपने मालिकों के सभी काम करते थे। संघ में प्रवेश पाने के लिए उन्हें अपने मालिक से अनुमति लेनी पड़ती थी । कोई भी मालिक नहीं चाहेगा कि वह अपने दास के सेवाओं से वंचित हो जाए। अतः उन्हें संघ में प्रवेश पाने के लिए अपने मालिक से अनुमति नहीं मिल पाती थी।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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Explanation:
उत्तर: दासों के लिए संघ में प्रवेश के द्वार तो खुले थे, लेकिन नियम के अनुसार उन्हें प्रवेश पाने के लिए अपने मालिकों से आज्ञा लेनी पड़ती थी। ये उतना आसान नहीं था, दासो कों मालिकों की दया पर निर्भर रहना पड़ता था। मालिक सदा से ही दासो कों अपनी जायदाद समझते हैं।