कहानी लेखन
एक राजा....... बीमार पडना........-वेदय की असफलता......
. किसी बूढे की सलाह....... 'किसी सुखी मनुष्य का कुर्ता
पहनो'.......-खोज.... मेहनती किसान को देखना..... -किसान सिर्फ धोती पहने था.......
- राजा की बीमारी दूर होना......
सीख.....
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Answer:
अलकापुर राज्य की बात है| एक राजा था| राजा के दरबार में सब कुशल मंगल चल रहा था| एक दिन अचानक राजा बिमार हो गए| राज दरबार मे वैद्य जी को बुलाया गया| लेकिन राजा के ऊपर कोई भी दवा काम नही कर रही थी| वैद्य जी भी राजा की बिमारी अच्छी करने के लिए असफल रहे|
राजदरबार मे एक बुढा आदमी था| उसे पता था राजा कोई भी काम नही करते है| इसकी वजह से वह बार-बार बिमार हो रहे है| ऊस बुढे आदमी ने कहाँ मे एक सलाह देता हुँ| राजा को किसी सुखी मनुष्य का कुर्ता पहनाओ उसे वो ठीक हो सकते है| फिर मंत्री जीने ये बात राजा को बताई| राजाने पुछा क्या सच मे किसी सुखी आदमी का कुर्ता पहनने से मेरी बिमारी ठिक हो जायेगी| मंत्री जी ने कहा का बिल्कुल आप ठीक हो जायेंगे| तभी राजा ने किसी सुखी आदमी का कुर्ता खोजने के लिए आदेश दिया| बहुत खोजने के बाद भी कुर्ता नही मिला|
एक दिन राजा खुद कुर्ता खोजने के लिए निकल पडे| राजा को एक खेत मे एक किसान काम करते हुए दिखाई दिया| राजा उसको पूछता है क्या तुम मेहनती आदमी हो| किसान ने कहा हुजूर मे दिन भर खेत मे मेहनत करता हुँ और शाम को घर जाकर आराम से सोता हु मुझे बहुत ही अच्छी नींद आती है| और मे अपने जीवन में बहुत ही खुश हुँ| राजा ने उस किसान को पूछा क्या तुम कभी बिमार पडते हो| तो किसान ने कहा हा कभी कभी मै बीमार जरूर पडता हूँ| राजाने उसकी तरफ देखा शरीर पसीने से भरा हुआ था| और किसान ने सिर्फ धोती पहनी थी| तब राजा को समज आया की मेहनत करने से हमारे पास कोई भी बिमारी नही आ सकती| इसके लिए जीवन मे मेहनत करना बहुत जरुरी है|
मेहनत करने से हमारा शरीर तंदुरुस्त रह सकता है| मेहनत करने से हमारा शरीर अच्छा चलता रहता है| और हम ठीक रह सकते है| फिर उस दिन के बाद राजाने मेहनत करना सुरू किया धीरे धीरे राजा भी ठीक होने लगे|