Kahani k last me kya hita h " bhudhi kaki " .?
for class 8
Answers
Answered by
1
Hello mate .
कहानी के अंत में बूढ़ी काकी झूठे थालीओ के ढेर के पास बैठकर जूठा खाना खा रही थी और वही बगल में रूपा की बेटी लाडली खड़ी हो कर देख रही थी तभी रूपा की आंख खुलती है और वह अपने बिस्तर पर बगल में देखती है कि उसकी बेटी लाडली वहां नहीं है तो वह अपने पति बुद्धि राम को उठाती है और बोलती है देखिए लाडली नहीं मिल रही तो वह सीधा काकी के कमरे में जाते हैं तो वहां पर भी दोनों नहीं रहते हैं तो दोनों घर के बाहर जाते हैं तो वहां देखते हैं कि बूढ़ी काकी झूठा खा रही है रूपा के पैरों के नीचे जमीन खिसक जाती है
रूपा को बहुत पछतावा होता है कि मैं कैसे भूल गई कि काकी को मैंने खाना नहीं दिया उसे बहुत अफसोस होता है
वह नजारा देखकर और वह काफी से बहुत माफी मांगती है घर जाकर एक बड़े से थाल में ढेर सारा ढेर सारा खाना लाती है काकी को खाने देती है और बोलती है
काकि मुझे माफ कर दो मुझे यह नहीं पता था कि किसी भी बुड्ढा बुड्ढी को तकलीफ देने से उसके बेटा बेटी लोग उस सजा के हकदार बन जाते हैं इसीलिए मैं चाहती हूं कि मेरे बच्चों पर कोई आंच ना आए उन्हें कोई तकलीफ ना पहुंचे आप कोई भी बद्दुआ मत सुनाना बद्दुआ मत देना रूपा बूढ़ी काकी से बहुत माफी मांगती है बूढ़ी काकी भी खाना प्रेम से खाती है और उसे माफ कर देती है
यही कहानी का अंत है
NOTE
और यह आंसर बिल्कुल सही है मैं भी 8 क्लास में ही हूं मॉडरेटर कृपया मेरे आंसर पर उंगली ना उठाएं यह मेरी नसीहत है अपने पावर्स का दुरुपयोग ना करें
hope help u.
कहानी के अंत में बूढ़ी काकी झूठे थालीओ के ढेर के पास बैठकर जूठा खाना खा रही थी और वही बगल में रूपा की बेटी लाडली खड़ी हो कर देख रही थी तभी रूपा की आंख खुलती है और वह अपने बिस्तर पर बगल में देखती है कि उसकी बेटी लाडली वहां नहीं है तो वह अपने पति बुद्धि राम को उठाती है और बोलती है देखिए लाडली नहीं मिल रही तो वह सीधा काकी के कमरे में जाते हैं तो वहां पर भी दोनों नहीं रहते हैं तो दोनों घर के बाहर जाते हैं तो वहां देखते हैं कि बूढ़ी काकी झूठा खा रही है रूपा के पैरों के नीचे जमीन खिसक जाती है
रूपा को बहुत पछतावा होता है कि मैं कैसे भूल गई कि काकी को मैंने खाना नहीं दिया उसे बहुत अफसोस होता है
वह नजारा देखकर और वह काफी से बहुत माफी मांगती है घर जाकर एक बड़े से थाल में ढेर सारा ढेर सारा खाना लाती है काकी को खाने देती है और बोलती है
काकि मुझे माफ कर दो मुझे यह नहीं पता था कि किसी भी बुड्ढा बुड्ढी को तकलीफ देने से उसके बेटा बेटी लोग उस सजा के हकदार बन जाते हैं इसीलिए मैं चाहती हूं कि मेरे बच्चों पर कोई आंच ना आए उन्हें कोई तकलीफ ना पहुंचे आप कोई भी बद्दुआ मत सुनाना बद्दुआ मत देना रूपा बूढ़ी काकी से बहुत माफी मांगती है बूढ़ी काकी भी खाना प्रेम से खाती है और उसे माफ कर देती है
यही कहानी का अंत है
NOTE
और यह आंसर बिल्कुल सही है मैं भी 8 क्लास में ही हूं मॉडरेटर कृपया मेरे आंसर पर उंगली ना उठाएं यह मेरी नसीहत है अपने पावर्स का दुरुपयोग ना करें
hope help u.
Similar questions