कल्पना कीजिए कि आप छात्रावास में रहते हैं । ग्रीष्मावकाश होने वाला है और मित्र के साथ छात्रावास से ग्रीष्मावकाश में उसके घर नैनीताल जाने के लिए माँ को अनुमति पत्र लिखिए ।
Answers
Answer:
अपना पता
दिनांक – (पत्र लिखने की तारीख)
प्रिय मित्र क ख ग (मित्र का नाम),
मधुर स्नेह!
दोस्त हम सब यहाँ मजे में है। और आशा करता हूँ कि आप सब भी खुश होंगे। तुम्हारी गर्मी की छुट्टियाँ शुरू हो चुकी होगी। मेरी भी गर्मी की छुट्टियाँ शुरू हो चुकी है। मेरा यह विचार है कि, इस बार क्यों न तुम मेरे यहाँ कुछ दिन गर्मियों की छुट्टियाँ बिताओ। तुम तो जानते ही हो की शिमला पहाड़ों की रानी है और यहाँ का मौसम गर्मी में भी बड़ा ही सुहावना होता है। यहाँ बहुत से पर्यटन स्थल है। हम हर जगह घूमेंगे। बड़ा मजा आएगा। वैसे भी तुम्हारा बड़े दिनों से मन कर रहा था न शिमला घूमने का।
यदि तुम कुछ दिनों के लिए यहाँ आओगे तो मुझे बड़ी खुशी होगी। जल्दी से अपने आने की तिथि तय करके मुझे खबर करना। मैं तुम्हें लेने स्टेशन पहुँच जाऊँगा।
अंकल, आन्टी को मेरा अभिवादन कहना और छोटी को प्यार।
तुम्हारा मित्र
क ख ग (आपका नाम)
Answer:
Concept:
पत्र लेखन एक ऐसी कला है, जिसके माध्यम से दो व्यक्ति या दो व्यापारी जो एक दुसरे से काफी दूरी पर स्थित हो, परस्पर एक दूसरे को विभिन्न कार्यों अथवा सूचनाओं के लिए पत्र लिखते है। पत्र लेखन का कार्य पारिवारिक जीवन से लेकर व्यापारिक जगत तक प्रयोग में लाया जाता है।
Find:
कल्पना कीजिए कि आप छात्रावास में रहते हैं । ग्रीष्मावकाश होने वाला है और मित्र के साथ छात्रावास से ग्रीष्मावकाश में उसके घर नैनीताल जाने के लिए माँ को अनुमति पत्र लिखिए ।
Given:
कल्पना कीजिए कि आप छात्रावास में रहते हैं । ग्रीष्मावकाश होने वाला है और मित्र के साथ छात्रावास से ग्रीष्मावकाश में उसके घर नैनीताल जाने के लिए माँ को अनुमति पत्र लिखिए ।
Explanation:
अ० ब० स० छात्रावास
हलद्वानी
श्रद्धेय माँ
सादर प्रणाम ।
मैं यहाँ ठीक है । परीक्षा का परिणाम आ गया है और मैंने बहुते अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। यह मैं आपको फोन पर पहले ही बता चुका हूँ ।
माँ, 25 मई से ग्रीष्मावकाश प्रारंभ होने जा रहा है। ग्रीष्मावकाश में स्कूल की ओर से सभी बच्चों को एक प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। मैंने अपने प्रोजेक्ट का विषय लिया है - 'मानव जीवन में पर्वतों का महत्व '। मैं सोच ही रहा था कि मैनें तो कभी पहाड़ देखे तक नहीं, फिर मैं केवल किताबों से पढकर इस प्रोजेक्ट को पूरा कैसे करूँगा ?
तर मेरी खुशी का तब ठिकाना नही रहा, जब कल मेरे सबसे अच्छे दोस्त मयंक ने तुझे अपने घर नैनीताल चलने का निमंत्रण दिया। माँ, वह चाहता है कि मैं इन छुट्टियों में उसके साथ चलू । वह बहुत अच्छा लड़का है। उसके पिता जी नैनीताल में कलेक्टर हैं। उसके यहाँ रहने की भी कोई असुविधा नहीं होगी । उसको लेने कार लेकर ड्राइवर आएगा । यदि आपकी अनुमति हो तो मैं भी एक सप्ताह के लिए उसके साथ नैनीताल चला जाऊँ । उसने मुझसे यह भी वायदा किया है कि उसके पिताजी मुझे अपनी कार से ही वापस भिजवा देंगे । माँ, मुझे विश्वास है कि आप मेरी इच्छाओं को ध्यान में रखते हुए, मुझे मयंक के साथ जाने की अनुमति प्रदान करेंगी | आपकी स्वीकृति की प्रतीक्षा में ।
आपका प्यारा पुत्र
अ ब स
#SPJ2