Hindi, asked by susmitasamad228, 3 months ago

कर्म की प्रधानता विषय पर अनुवाद लिखें​

Answers

Answered by aastharajput3101
6

Answer:

धर्म-संस्कृति,जाति-पाति,ऊँच-नीच,मजहब-सम्प्रदाय,

मानव जिंदगी व्यवस्थित चलाने के पर्याय मात्र है ।

लेकिन कर्म की प्रधानता मनुष्य को मन चाहे मुकाम

तक जाने के लिये सबसे अच्छा सुलभ हथियार है ।।

दुनियां में यश-अपयश,मान-अपमान,दुःख-सुख,जो भी

दिखलाई पड़ता है वो सब कर्म का ही प्रतिफल है ।

आपने किस जाति परिवार में जन्म लिया ये सब मायनें नहीं रखता है,

किंतु आपका कार्य मायनें रखता है ।।

आपकी कार्य शैली,भाषा शैली,व्यवहार,शिक्षा व ईमानदारी

आपको समाज के बीच एक मुकाम दिलाती है ।

आपके श्रेष्ट कर्म ही आपको निम्न वर्ण से उच्च वर्ण में

प्रविष्टि दिलाते है और आपको उच्चवर्ण का गौरव

प्राप्त होता है ।।

अनिल सोनी

कुरवाई

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