कर्मवीर नया उत्साह कब और कहां दिखाते हैं
Answers
) देखकर बाधा विविध, ………………………………. वे कर जिसे सकते नहीं |
१) प्रस्तुत पद्यखंड में कवि ने किसकी प्रशंसा की है ? कवि का परिचय दीजिये |
उत्तर: कवि अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जी आधुनिक युग के मूर्धन्य कवि हैं | इनके प्रमुख ग्रन्थ हैं ‘प्रियप्रवास’, ‘वैदेही वनवास’, और ‘रसकलश’ | ‘हरिऔध’ जी का ब्रजभाषा और खड़ी बोली पर समान अधिकार रहा है | उन्होंने कई उपन्यास तथा नाटक भी लिखे हैं | प्रस्तुत पद्य खंड में कवि कर्मवीरों की प्रशंसा कर रहे हैं |
२) कर्मवीर को पछतावा क्यों नहीं होता ?
उत्तर: मुसीबत चाहे कितनी भी बड़ी हो, कर्मवीर उससे घबराते नहीं हैं | चाहे काम कितना भी कठिन हो किन्तु वो उससे उकताते नहीं हैं | वे भाग्य के भरोसे नहीं बैठे रहते, इसलिए उन्हें कभी पछतावा नहीं होता |
३) सब जगह, सब काल में फूलने-फलने का क्या मतलब है ?
उत्तर: कवि के अनुसार कर्मवीर हर जगह, हर काल में फूलते-फलते हैं अर्थात सफलता प्राप्त करते हैं | उनमें ऐसे गुण होते हैं कि एक ही क्षण में उनका बुरा समय भी अच्छा बन जाता है | कैसी भी विपत्ति आ जाए वो उस समय घबराते नहीं हैं | कठिन से कठिन काम हो तो भी वो परेशान होकर उसे छोड़ते नहीं | इन सब गुणों की वजह से, कर्मवीर को संसार के हर कोने में सफलता मिलती है | हर काल में सफलता मिलती है |
४) कर्मवीर के लिए कोई भी कार्य असंभव क्यों नहीं है ?
उत्तर: संसार में ऐसा कोई कार्य नहीं है जिसे कर्मवीर नहीं कर सकते | वो अपने काम के लिए किसी और पर आश्रित नहीं रहते | वो स्वयं का कार्य स्वयं ही करते हैं | कार्य चाहे कितना भी कठिन हो किन्तु वो उससे परेशान होकर उस काम को छोड़ते नहीं हैं | जिस कार्य को जिस समय करना हो, वो उसे उसी समय पूरा कर देते हैं, बाद के लिए नहीं छोड़ते | इन सब गुणों के कारण कर्मवीर के लिए कोई भी कार्य असंभव नहीं है |
५) कर्मवीर निर्णय किस प्रकार लेते हैं ?
उत्तर: कर्मवीर निर्णय लेने से पहले सभी के सुझाव, सभी की बातें सुनते हैं किंतु निर्णय हमेशा अपने मन से ही लेते हैं | किसी अन्य व्यक्ति के दबाव में उनका निर्णय प्रभावित नहीं होता |
ख) जो कभी अपने समय को …………………….. जिसको खोल वे सकते नहीं |
१) कर्मवीर समय को किस प्रकार महत्व देते हैं ?
उत्तर: कर्मवीर के लिए समय बहुत महत्व का होता है | वो जिस काम को जिस समय करना हो, उसे उसी समय कर देते हैं | उसे कल पर नहीं छोड़ते | वो अपने समय को कभी व्यर्थ जाने नहीं देते | जहाँ काम करना हो वो वहाँ काम करते हैं, बातों में समय व्यर्थ नहीं करते | आज का काम कल पर धकेल कर वो अपने दिनों को व्यर्थ नहीं करते | समय का सदुपयोग कर्मवीरों का महत्वपूर्ण गुण है |
२) कर्मवीर दूसरों के लिए आदर्श क्यों होते हैं ?
उत्तर: कर्मवीर में कई ऐसे गुण होते हैं जिनके कारण उन्हें संसार में अपार सफलता मिलती है | वो अपने पुरुषार्थ से समय का सदुपयोग करते हुए असंभव को भी संभव बना देते हैं | वो कभी भी सहायता के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहते | इन सब कारणों से वो पूरे संसार के लिए आदर्श बन जाते हैं | यदि किसी भी व्यक्ति को संसार में सफलता प्राप्त करनी है तो उन्हें कर्मवीर के गुणों को अपनाना चाहिए |
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