कर्पूरी ठाकुर की पहली जेल यात्रा कब हुई
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English
1924 - February 17, 1988) India 's freedom fighters, teachers, politicians and Bihar state have another deputy and two-time chief minister. [1] [1] Due to his popularity he was called Jan-Nayak. [2] [3] Karpoori Thakur was born in the Nai caste in Pitunjhia, a village in Samastipur , now called Karpoorigram, during the British rule period in India . [2] [4] Jannayak ji's father's name was Shri Gokul Thakur and mother's name was Shrimati Ramdulari Devi. His father was a marginal farmer of the village and used to work as a traditional hairdresser. Quit India Movement the time of he spent 24 months in jail. He served as the Chief Minister of Bihar twice from 22 December 1970 to 2 June 1971 and 24 June 1977 to 21 April 1979 . [1] Karpoori Thakur's wife's name is Kuleshwari Devi
Explanation:
Hindi
1988) भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं।[1][1] लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था।[2][3] कर्पूरी ठाकुर का जन्म भारत में ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के एक गांव पितौंझिया, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है, में नाई जाति में हुआ था।[2][4] जननायक जी के पिताजी का नाम श्री गोकुल ठाकुर तथा माता जी का नाम श्रीमती रामदुलारी देवी था। इनके पिता गांव के सीमांत किसान थे तथा अपने पारंपरिक पेशा नाई का काम करते थे।भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने २६ महीने जेल में बिताए थे। वह 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 तथा 24 जून 1977 से 21 अप्रैल 1979 के दौरान दो बार बिहार के मुख्यमंत्री पद पर रहे।[1] कर्पूरी ठाकुर का पत्नि का नाम कुलेश्वरी देवी