Hindi, asked by amreen10, 2 days ago

करत-करत अभ्यास के , जड़मति होत सुजान ।
रसरी आवत जात है, सिल पर पड़त निसान ||
alankaar ka prakaar bataye !​

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Answered by aaravgaming40
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Answer:

करत-करत अभ्यास के जडमति होत सुजान । रसरी आवत-जात ते सिल पर परत निशान ॥ ” कुंए की जगत के पत्थर पर बार बार रस्सी के आने-जाने की रगड से निशान बन जाते हैं, उसी प्रकार लगातार अभ्यास से अल्पबुद्धि/जडमति भी बुद्धिमान/ सुजान बन सकता है। यह दोहा कवि वृन्द जी की 'वृंद-सतसई' से है.

Answered by shreyapalankar10
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Answer:

अनुप्रास अलंकार

Explanation:

क वर्ण - करत - करत

प वर्ण - पार , पड़त

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