Kashmir me bad agi he(purn bhutkal)
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क्रिया के होने के समय का बोध कराने के लिए, क्रिया के रूप में हुए परिवर्तन को काल कहा जाता है।
(क) वह सोया।
(ख) वह सोता है।
(ग) वह सोएगा।
‘सोना’ क्रिया के उपर्युक्त तीन रूप उसके काल का बोध कराते हैं।
(क) रूप भूतकाल का द्योतक है। यह बता रहा है कि क्रिया या कार्य बीते हुए समय में हुई।
(ख) रूप से ज्ञात होता है कार्य वर्तमान समय में हो रहा है तथा
(ग) रूप बताता है कि कार्य आगे के समय में होगा। काल के भेद-काल के मुख्य भेद तीन होते हैं- भूतकाल, वर्तमान काल तथा भविष्यत्काल।
भूतकाल
भूतकाल से बीते हुए समय का बोध होता है। जो लिखे या बताए जाने से पहले हुआ हो। जैसे
(क) दो दिन पहले जोर की वर्षा हुई थी।
(ख) नेता जी का प्रचार-रथ बड़ी भीड़ के साथ जा रहा था। उपर्युक्त वाक्यों में हुई थी’ तथा ‘जा रहा था’ भूतकाल की क्रियाएँ हैं।
भूतकाल के भेद-भूतकाल के 6 भेद होते हैं
(क) सामान्य भूत
(ख) आसन्न भूत
(ग) पूर्ण भूत
(घ) अपूर्णभूत
(च) संदिग्ध भूत
(छ) हेतुहेतुमद् भूत।
(क) सामान्य भूत – इससे क्रिया के बीते हुए समय में होने का तो बोध होता है परन्तु यह ज्ञात नहीं होता कि कार्य कब समाप्त हुआ है, अतः सामान्य भूत में कार्य के समय का बोध कराने के लिए समयसूचक शब्दों का प्रयोग करना होता है। जैसे
(क) विनय घर गया।
(ख) मैंने खाना खाया।
(ग) वे कल यहाँ आए थे।
(घ) उसने पिछले वर्ष परीक्षा दी।
RBSE Class 10 Hindi व्याकरण काल
उपर्युक्त वाक्यों (ग) तथा (घ) में क्रिया के समय का बोध कराने के लिए रेखांकित शब्दों का प्रयोग हुआ है। सामान्य भूतकाल का बोध कराने के लिए धातु के साथ आ, ए, ये, ई, ईं जोड़े जाते हैं। जैसे
RBSE Class 10 Hindi व्याकरण काल - 1
विशेष – उपर्युक्त उदाहरणों के अनुरूप ‘कर’ से ‘करा’, ‘हो’ से ‘हुआ’, ‘ले’ से ‘लेया’ या ‘लिआ’ रूप बनाना उचित नहीं होगा।
(ख) आसन्न भूत – आसन्न भूत से ज्ञान होता है कि जो काम भूतकाल में प्रारम्भ हुआ था। वह वर्तमान काल में अभी-अभी समाप्त हुआ है, जैसे
(क) वे अभी आए हैं।
(ख) बच्चा सो गया है।
(ग) प्रभा बस अभी गयी है।
(घ) वृक्ष गिर गया है।
विशेष – आसन्न भूतकाल में समयसूचक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। जैसे
(क) वह पिछले सप्ताह गाँव आया है।
(ख) विद्यालय घण्टे भर पहले बन्द हुआ है।
अतः आसन्न भूत में धातु के साथ ‘आ है’, ‘ए हैं’, ‘ई है’ तथा ‘ई हैं’ का प्रयोग होता है। ‘चुका है’, ‘चुके हैं तथा ‘चुकी है’ से पूर्णभूत (कार्य पहले पूरा हो चुका है) का बोध होता है।
उदाहरण:
(क) वे घर आ गए हैं।
(ख) अनुराधा अभी घर गई है।
(ग) बहुत गर्मी हो गई है।
(घ) मैंने विचार किया है।
(ग) पूर्णभूत – पूर्णभूत रूप से ज्ञात होता है कि कार्य बहुत पहले पूर्ण हो चुका है, जैसे
(क) व्यास जी ने महाभारत रचा था।
(ख) वर्षा न होने से खेती सूख गई थी।
(ग) पुलिस के आने से पहले ही लुटेरे भाग चुके थे।
(घ) अब पछताए होत का, चिड़ियाँ चुग गईं खेत।
उपर्युक्त उदाहरण वाक्यों में रचा था’, सूख गई थी, भाग चुके थे, ‘चुग गईं पूर्णभूत की क्रियाएँ हैं।
अतः धातु में ‘आ था’, ‘ए थे’, ‘ई थी’, ई थीं’ तथा ‘चुका था’, ‘चुके थे’, ‘चुकी