Hindi, asked by vpnvikash, 7 months ago



'कठिनाई शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय है

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Answered by crkavya123
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Answer:

'कठिनाई शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय है =आई

Explanation:

जो शब्दांश, शब्दों के अंत में जुड़कर अर्थ में बदलाव लाये, प्रत्यय  है। दूसरे शब्दों में - शब्द निर्माण के लिए शब्दों के अंत में जो शब्दांश जोड़े जाते हैं, वह प्रत्यय कहलाते हैंप्रत्यय दो शब्दों से बनता है- प्रति+अय।

भाषा विज्ञान में प्रत्यय वह है, जो किसी शब्द के मूल के बाद लगाया जाता है। सामान्य उदाहरण मामले के अंत हैं, जो संज्ञा, विशेषण और क्रिया के अंत के व्याकरणिक मामले को इंगित करते हैं, जो क्रियाओं के संयुग्मन का निर्माण करते हैं। प्रत्यय व्याकरण संबंधी जानकारी (विभक्ति प्रत्यय) या शाब्दिक जानकारी (व्युत्पन्न / शाब्दिक प्रत्यय) ले सकते हैं। एक विभक्ति प्रत्यय या एक व्याकरणिक प्रत्यय। [1] इस तरह के विभक्ति किसी शब्द के व्याकरण संबंधी गुणों को उसकी वाक्य-विन्यास श्रेणी में बदल देती है। व्युत्पन्न प्रत्यय के लिए, उन्हें दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है: वर्ग-बदलते व्युत्पत्ति और वर्ग-अनुरक्षण व्युत्पत्ति।

विशेष रूप से सेमिटिक भाषाओं के अध्ययन में, प्रत्ययों को सकारात्मक कहा जाता है, क्योंकि वे शब्दों के रूप को बदल सकते हैं। इंडो-यूरोपियन स्टडीज में, प्रत्यय और अंत के बीच अंतर किया जाता है (प्रोटो-इंडो-यूरोपियन रूट देखें)। प्रत्यय व्याकरण संबंधी जानकारी या शाब्दिक जानकारी ले सकते हैं।

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https://brainly.in/question/16587323

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#SPJ2

Answered by nairaryaashok01
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Answer:

'कठिनाई शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय है आई,​ कठिन+आई ।

Explanation:

प्रत्यय वे शब्द हैं जो दूसरे शब्दों के अन्त में जुड़कर, अपनी प्रकृति के अनुसार, शब्द के अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। प्रत्यय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है – प्रति + अय। प्रति का अर्थ होता है ‘साथ में, पर बाद में" और अय का अर्थ होता है "चलने वाला", अत: प्रत्यय का अर्थ होता है साथ में पर बाद में चलने वाला। जिन शब्दों का स्वतंत्र अस्तित्व नहीं होता वे किसी शब्द के पीछे लगकर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं।

प्रत्यय का अपना अर्थ नहीं होता और न ही इनका कोई स्वतंत्र अस्तित्व होता है। प्रत्यय अविकारी शब्दांश होते हैं जो शब्दों के बाद में जोड़े जाते है।कभी कभी प्रत्यय लगाने से अर्थ में कोई बदलाव नहीं होता है। प्रत्यय लगने पर शब्द में संधि नहीं होती बल्कि अंतिम वर्ण (स्वर) में मिलने वाले प्रत्यय में स्वर की मात्रा लग जाएगी लेकिन व्यंजन होने पर वह यथावत रहता है।

प्रत्यय  के बारेे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

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