कठोर जल को साबुन से उपचारित करने पर झाग के निर्माण को समझाइए।
Answers
Answered by
31
साबुन उच्च अणु भार वाले कार्बनिक वसीय अम्लों के सोडियम या पोटैशियम लवण है। मृदु साबुन का सूत्र एवं कठोर साबुन का सूत्र है। साबुनीकरण की क्रिया में वनस्पति तेल या वसा एवं कास्टिक सोडा या कास्टिक पोटाश के जलीय घोल को गर्म करके रासायनिक प्रतिक्रिया के द्वारा साबुन का निर्माण होता तथा ग्लीसराल मुक्त होता है।
वसा या वसीय अम्ल + NaOH या KOH → साबुन + ग्लीसराल[1]
साधारण तापक्रम पर साबुन नरम ठोस एवं अवाष्पशील पदार्थ है। यह कार्बनिक मिश्रण जल में घुलकर झाग उत्पन्न करता है। इसका जलीय घोल क्षारीय होता है जो लाललिटमस को नीला कर देता है।
वसा या वसीय अम्ल + NaOH या KOH → साबुन + ग्लीसराल[1]
साधारण तापक्रम पर साबुन नरम ठोस एवं अवाष्पशील पदार्थ है। यह कार्बनिक मिश्रण जल में घुलकर झाग उत्पन्न करता है। इसका जलीय घोल क्षारीय होता है जो लाललिटमस को नीला कर देता है।
Answered by
9
Answer: जब साबुन को जल में डाला जाता है तो वह दो भागों में विभाजित होता है। पहला जल विरागी सिरा और दूसरा जलरागी सिरा इस प्रकार से बने मिशेल की आकृति को झांका जाता है
Explanation:
Similar questions