कवि /लेखक का मन क्या कहता
है
Answers
Answered by
0
लेखक कहता है कि एक कवि की रचना के समय उसके मन में जो कल्पना होती है बिना आधार की नहीं होती हैं।अथार्त वह जो देखता है, समझता है ,सोचता है आधार बनाकर एक नई सृष्टि की रचना करता है। अतः उसने जिस साकार सृष्टि की रचना उसने अपने मन में की थी साकार हो जाती है।
Similar questions
Political Science,
2 months ago
History,
2 months ago
World Languages,
5 months ago
Political Science,
11 months ago
English,
11 months ago
English,
11 months ago