कवि माखनलाल चतुर्वेदी कैदी और कोकिला पाठ के माध्यम से क्या कहना चाहते हैं
Answers
Answered by
8
Answer:
कैदी और कोकिला भावार्थ :- कवि को यह लगता है कि कोयल उसे जंजीरों में बंधा हुआ देखकर यूँ चीख पड़ी है। इसलिए कैदी कोयल से कहता है – क्या तुम हमें इस तरह जंजीरों में लिपटे हुए नहीं देख सकती हो? अरे ये तो अंग्रेज़ी सरकार द्वारा हमें दिया गया गहना है। अब तो कोल्हू चलने की आवाज हमारे जीवन का प्रेरणा-गीत बन गया है।
l hope you understand.....
Similar questions
English,
1 month ago
Social Sciences,
1 month ago
Physics,
3 months ago
Social Sciences,
3 months ago
Science,
8 months ago