कवि मैथिली शरण गुप्त की दो रचनाएं भाव पक्ष कला पक्ष साहित्य में स्थान
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पूरा नाम मैथिलीशरण गुप्त
जन्म 3 अगस्त, 1886
जन्म भूमि चिरगाँव, झाँसी, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 12 दिसंबर, 1964
मृत्यु स्थान चिरगाँव, झाँसी
अभिभावक सेठ रामचरण, काशीबाई
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र नाटककार, लेखक, कवि
मुख्य रचनाएँ पंचवटी, साकेत, जयद्रथ वध, यशोधरा, द्वापर, झंकार, जयभारत।
भाषा ब्रजभाषा
विद्यालय राजकीय विद्यालय
पुरस्कार-उपाधि पद्मभूषण, हिन्दुस्तानी अकादमी पुरस्कार, मंगला प्रसाद पारितोषिक, साहित्य
नागरिकता भारतीय
पद राष्ट्रकवि, सांसद
अन्य जानकारी 1952 में गुप्त जी राज्य सभा के सदस्य मनोनीत हुए और 1954 में उन्हें 'पद्मभूषण' अलंकार से सम्मानित किया गया।
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
मैथिलीशरण गुप्त की रचनाएँ
अर्जुन की प्रतिज्ञा -मैथिलीशरण गुप्त
गुणगान -मैथिलीशरण गुप्त
नहुष का पतन -मैथिलीशरण गुप्त
प्रतिशोध -मैथिलीशरण गुप्त
दोनों ओर प्रेम पलता है -मैथिलीशरण गुप्त
भारत माता का मंदिर यह -मैथिलीशरण गुप्त
आर्य -मैथिलीशरण गुप्त
नर हो, न निराश करो मन को -मैथिलीशरण गुप्त
मातृभूमि -मैथिलीशरण गुप्त
कुशलगीत -मैथिलीशरण गुप्त
शिशिर न फिर गिरि वन में -मैथिलीशरण गुप्त
चारु चंद्र की चंचल किरणें -मैथिलीशरण गुप्त
निरख सखी ये खंजन आए -मैथिलीशरण गुप्त
मनुष्यता -मैथिलीशरण गुप्त
मुझे फूल मत मारो -मैथिलीशरण गुप्त
सखि वे मुझसे कह कर जाते -मैथिलीशरण गुप्त
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