Hindi, asked by abidhasan75, 9 months ago

कवि स्वयं को धागा क्यों मानता है​

Answers

Answered by bodhrajthakur8276
8

Answer:

कवि स्वयं को धागा इसीलिए मानता है क्योंकि जैसे मोती और धागा साथ रहता है वैसे वह अपने गुरु के साथ रहना चाहता है।

Answered by dipalisonawane97
1

Answer:

कवी स्वयं को धागा इसलिये मानते है क्योंकि ईश्वर तो मोती जैसे महान है और भक्त तो एक पिरोया हुआ धागा है जो सदा अपने गुरु के साथ रहना चाहता है

Similar questions