Hindi, asked by vishaln9763, 1 year ago

कविता का भावार्थ सो रहा अब तू धरा पर शुष्क बिखराया हुआ । गंध - कोमलता नहीं मुख- मंजुल मुरझाया हुआ

Answers

Answered by shahbaz1112
2
sadness right yes ......
Similar questions