Hindi, asked by XTLUCKYBHAI, 1 month ago

कवययत्री अपने जीवन रूपी नाव को ककससे खीींच रही है? और वह कै सी है?​

Answers

Answered by Anupk3724
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Answer:

वह साहब को पहचानने का यह उपाय बताती है कि मनुष्य को आत्मज्ञानी होना चाहिए। वह अपने विषय में जानकर ही साहब को पहचान सकता है। वाख में 'रस्सी' शब्द मनुष्य की साँसों के लिए प्रयुक्त हुआ है। इसके सहारे वह शरीर-रूपी नाव को इस संसार रुपी सागर में खींच रहा है।

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