Kavi ne deewano me liye sansaarik dukho ko samaan bhaav se apnane ko kya Kaha hai deewano ki hasti chapter.
Answers
प्रश्न: 6. कवि ने दीवानों के लिए सांसारिक सुख-दुख को समान भाव से अपनाने की बात क्यों कहीं है?
उत्तर: दीवाने लोग अपने दुख से न बहुत दुखी होते हैं और न सुख से सुखी। वे लोगों से अपने रिश्ते-नाते भी बनाए रहते हैं, पर उनके दुख से बहुत विचलित नहीं होते। वे उनके सुख में अपना लक्ष्य भी नहीं भूलते। इसलिए कवि सुख-दुख को समान भाव से अपनाने की बात कहता है।
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Explanation:
प्रश्न: 6. कवि ने दीवानों के लिए सांसारिक सुख-दुख को समान भाव से अपनाने की बात क्यों कहीं है?
उत्तर: दीवाने लोग अपने दुख से न बहुत दुखी होते हैं और न सुख से सुखी। वे लोगों से अपने रिश्ते-नाते भी बनाए रहते हैं, पर उनके दुख से बहुत विचलित नहीं होते। वे उनके सुख में अपना लक्ष्य भी नहीं भूलते। इसलिए कवि सुख-दुख को समान भाव से अपनाने की बात कहता है।