Hindi, asked by yashsureja18, 8 months ago

Kendriya bhav of Vinay ke pad

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Answered by himanshirawal73
13

Explanation:

विनय के पद का केन्द्रीय भाव / मूल भाव

कवि कहते हैं कि श्रीराम बिना सेवा के ही अपने भक्तों पर दया करते हैं . ... राजा बलि को उनके गुरु ने और ब्रज की गोपिओं ने अपने पति का केवल इसीलिए त्याग कर दिया क्योंकि उनके मन में श्रीराम के प्रति प्रेम नहीं है . अतः जिसके मन में श्रीराम के प्रति प्रेम होगा ,उसी का कल्याण होगा

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