Hindi, asked by surajlalu12527, 4 months ago

ख. अंधेर नगरी में किसमें भेद नहीं किया जाता था?

Answers

Answered by spehal1977
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Explanation:

अंधेर नगरी इसलिए भी अंधेर नगरी है क्योंकि भारतेन्दु के अनुसार उसमें धर्म और अधर्म में अंतर नहीं किया जाता। ऊँच और नीच में भेद नहीं किया जाता। ... भारतेन्दु के इस प्रहसन में पैसा केन्द्रीय महत्व की चीज है। टके सेर भाजी, टके सेर खाजा का केंद्रीय स्वर इसी सच्चाई को व्यक्त करता है।

Answered by singhrekha0070
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Answer:

अंधेर नगरी प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र का सर्वाधिक लोकप्रिय नाटक है। ६अंकों के इस नाटक में विवेकहीन और निरंकुश शासन व्यवस्था पर करारा व्यंग्य करते हुए उसे अपने ही कर्मों द्वारा नष्ट होते दिखाया गया है। भारतेंदु ने इसकी रचना बनारस के हिंदू नेशनल थियेटर के लिए एक ही दिन में की थी।

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