खंड ख
समय-20 mins
(पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पाठ्यपुस्तक)
2. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए
मूर्ति संगमरमर की थी। टोपी की नोक से कोट के दूसरे बटन तक कोई दो फुट कैची। जिसे कहते हैं बस्ट और सुंदर थी। नेता जी
सुंदर लग रहे थे। कुछ कुछ मासूम और कमसिन। फौजी वर्दी में। मूर्ति को देखते ही दिल्ली चलो और तुम मुझे खून दो' वगैरह
बाद आने लगते थे। इस दृष्टि से सफल और सराहनीय प्रयास था। केवल एक चीज की कसर थी जो देखते ही खटकती थी। नेता
जी की आँखों पर चश्मा नहीं था। पानि चश्मा था, लेकिन संगमरमर का नहीं था। एक सामान्य या सचमुच के चश्मे का चौड़ा
काला फ्रेम मूर्ति को पहना दिया गया था। हालदार साहब जब पहली बार इस कस्य से गुजरे और चौराहे पर पान खाने रके तभी
उन्होंने इसे लक्षित किया और उनके चेहरे पर एक कौतुकभरी मुसकान फैल गई। वाह भई यह आइदिया भी ठीक है। मूर्ति पत्थर
की लेकिन चश्मा रियल
(क) नेता जी की मूर्ति को देखकर क्या याद आने लगता था५ (शब्द सीमा 30-40 शम)
(ख) नेता जी की मूर्ति की कौन-सी कमी खटकती थी? (शब्द सीमा 30-40 शब)
(ग) हालदार साहब किस निष्कर्ष पर पहुंचेर (शब्द सीमा 30-40 शब्द)
उ.निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए
क नेता जी का चश्मा' पाठ के आधार पर कस्बे की स्थिति का वर्णन कीजिए।
ख)बालगोविन भगत ने किन सामाजिक रूढ़ियों पर प्रहार किया?
ग बालगोबिन भगत अपनी पुत्रवधूकी कौन-सी इच्छा को पूर्ण न कर सके?
घ कैप्टन मूर्ति का चश्मा बार बार क्यों बदल जाता था?
ड. भगत कबीरपंथियों-सा जीवन जीते थे। स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
1
Answer:
yksksktsktttyydkyyyyyyyodzyzyys
Similar questions