ख. निम्नलिखित विषय पर 120 शब्दों में एक पत्र (अनौपचारिक) लिखिए:
कोरोना महामारी (Pandemic) को लेकर हुए अपने समस्त अनुभव, अपने मित्र/सहेली से, एक पत्र के माध्यम से साझा(share) कीजिए।पत्र में इस महामारी से बचने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और इसे रोकने के उपायों की भी चर्चा कीजिए।
2कोरोना के कारन आप अपने घर में ही रह रहे हैं इस दौरान आपने घर में रहकर क्या-क्या सीखा उसका वर्णन करते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए।
Answers
कोरोना महामारी को लेकर हुये अपने समस्त अनुभव के मित्र को पत्र
प्रिय रियांश,
तुम तो जानते ही हो आजकल पूरे संसार में कैसे कोरोना महामारी का प्रकोप फैला हुआ है। मैं तो यहां अपने घर में समय बिता रहा हूँ। लॉकडाउन के कारण हमारे भारत में सब जगह बंद है। विश्व में भी बहुत सारे देशों में लॉक डाउन चल रहा है। तुम भी अपने घर में ही समय बिता रहे होगे। मैं दोस्त होने के नाते तुमको सब सुझाव देता हूं कि तुम अपने घर से बाहर बिल्कुल भी ना निकलना, जब तक कि इस महामारी का प्रकोप पूरी तरह खत्म ना हो जाए।
हमारे देश की सरकार ने बिल्कुल सही समय पर संपूर्ण देश में लाभ लॉकडाउन करने का निर्णय लेकर बहुत सराहनीय कार्य किया है। इसी कारण हमारे देश में इस महामारी का प्रकोप इतने बड़े स्तर पर नहीं हो पाया जितना कि अमेरिका और यूरोप के कई देशों में हो रहा है।
तुम तो जानते हो हमारे देश में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बहुत अच्छी नहीं है। ऐसे में हमें इस महामारी से निपटने के लिए केवल एक ही कारगर हथियार है और वह है कि हम अपने घर में रहें। लोगों से सामाजिक दूरी बनाकर रखें और जितना संभव हो अन्य बचाव करें। हमारी सरकार देश में लाॉक डाउन लागू कराकर और महामारी का टेस्ट कराकर यथासंभव इस महामारी के प्रकोप को कम करने का कोशिश कर रही है। हालांकि हमारे देश में टेस्टों की रफ्तार थोड़ी कम है, लेकिन इतने बड़े देश में और हमारे देश में संसाधनों की कमी के कारण ऐसा स्वभाविक है।
उम्मीद करता हूं कि केवल हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व से इस महामारी की प्रकोप जल्दी से खत्म हो और हम अपनी पहले जैसी जिंदगी जी सकें।
जब सब कुछ ठीक हो जाएगा तब हम दोनों मिलेंगे और आपस में ढेर सारी बातें करेंगे। तब तक के लिए पत्र के माध्यम से ही हम लोग जुड़े रह सकते हैं। घर पर रहकर क्या-क्या किया, इस बारे में अपने अनुभवों को जवाबी पत्र में लिखना।
मेरे पत्र का जवाब जल्दी देना। घर में ही रहना और अपना ध्यान रखना।
तुम्हारा दोस्त,
वेदांत
कोरोना का कारण घर में ही रहने के कारण हो रहे अपने अनुभवों पर मित्र को पत्र
प्रिय वेदांत,
तुम्हारा पत्र मिला। तुमने मुझे कहा कि मैं अपने घर पर रहूँ। तो मैं तुम्हें बता देता हूँ कि मैं अपने घर से बिल्कुल भी बाहर नहीं निकलता हूँ। मेरे मम्मी पापा मुझे घर से जरा भी बाहर नहीं निकलने देते और मैं खुद भी मेरी बाहर जाने की इच्छा नहीं होती। मैंने टीवी पर काफी कुछ इस बीमारी के बारे में देखा-सुना है, इसलिए मैं पूरी तरह बचाव कर रहा हूँ। घर पर रहने के कारण मैंने कुछ ऑनलाइन एजुकेशन ऐप और साइट्स की सहायता से अपनी पढ़ाई के बारे में काफी कुछ एडवांस जानकारी हासिल कर ली है, ताकि स्कूल खुलने पर हमें किसी तरह की परेशानी ना हो। मैं अपनी पढ़ाई भी करता हूं और साथ-साथ अपनी कुछ हॉबीस भी पूरी कर रहा हूँ। मुझे कवितायें लिखने का शौक है। मैंने इस खाली समय में कुछ कविताएं लिखी हैं। इसके अलावा मुझे प्रकृति से संबंधित अलग-अलग फोटो कलेक्ट करने का बहुत शौक है तो मैं इंटरनेट से फोटो कलेक्ट करके अपनी एलबम बना रहा हूँ। तुमसे मिलने पर मैं तुम्हें दिखाऊंगा। मेरी इन सारी एक्टिविटीज में ही मेरा समय बीत जाता है। मैं घर पर बिताई जा रहे खाली समय का पूरी तरह सदुपयोग कर रहा हूँ। आशा है तुम भी ऐसे ही अपने समय का सदुपयोग कर रहे होगे। सब कुछ सामान्य होने पर हम लोग मिलेंगें। अपना ध्यान रखना, घर पर रहना, सुरक्षित रहना।
तुम्हारा दोस्त,
रियांश
Explanation:
कोरोना महामारी की वजह से आपने लंबे समय तक अपने सबसे अच्छे दोस्त या अपने सबसे अच्छी सहेली को नहीं देखा अपने दोस्त या सहेली की याद करते हुए पत्र लिखें