Political Science, asked by AyushiAhuja5147, 1 year ago

खाद्य पदार्थों में मिलावट पर लेख लिखिए।

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Answered by amanpatel2478
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Explanation:

मिलावट

इस अधिनियम के अंतर्गत मिलावटयुक्त भोज्य पदार्थों को अपमिश्रित माना जाता है तथा निम्नवत् भोज्य पदार्थ मिलावटयुक्त कहे जाएंगे:

यदि दुकानदार ग्राहक की मांग के अनुसार गुणवत्ता वाला भोज्य पदार्थ देने में अक्षम हो।

किसी खाद्य पदार्थ में उसके अभिन्न पदार्थों के अतिरिक्त किसी अन्य पदार्थ की उपस्थिति उस खाद्य सामग्री को मिलावटी बना देती है। इसके अतिरिक्त मानक स्तर से कम स्तर वाला भोज्य पदार्थ भी अपमिश्रित माना जाता है।

किसी खाद्य सामग्री में कोई अवयव या पदार्थ इस तरह संशोधित किया गया हो, जिससे मूल खाद्य पदार्थ की संरचना, प्रकार तथा गुणवत्ता स्तर इस प्रकार बदल जाए और शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डाले।

भोज्य पदार्थ से कोई अवयव आंशिक या संपूर्ण रूप से निकाल लिया गया हो।

अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों में तैयार, पैक व अनुचित तरीके से संग्रहीत भोज्य पदार्थ | को भी मिलावटयुक्त ही कहा जाएगा।

यदि भोज्य पदार्थ पूर्णत: या आंशिक रूप से गंदा, दुर्गंधयुक्त, सड़ा हुआ या रोगग्रस्त प्राणी या वनस्पति से प्राप्त किया गया हो या वह खाद्य सामग्री कीड़ों आदि से संक्रमित हो तो इसे मानव उपयोग के लिए अपमिश्रित माना जाता है।

यदि आदेशित मानक रंजक के अतिरिक्त कोई अन्य रंजक पदार्थ या उसकी आदेशित | सीमा से भिन्न मात्रा खाद्य पदार्थ में उपस्थित हो।

यदि किसी खाद्य सामग्री में प्रतिबंधित संरक्षक पदार्थ मिला हो या आदेशित रंजक व संरक्षण पदार्थ का मानकों से अधिक प्रयोग किया गया हो।

सारणी 2. विभिन्न खाद्य पदार्थों में मिलावट किए जाने वाले पदार्थ एवं उनकी जांच

क्र.

खाद्य पदार्थ का नाम

मिलावटी तत्व

अपमिश्रण की जांच व परिणाम

1.

दूध

पानी, स्टार्च, वाशिंग पाउडर, यूरिया

1. दूध में पानी की मिलावट की जांच लैक्टोमीटर द्वारा की जाती है। इसकी रीडिंग 28 से 34 होनी चाहिए। अगर रीडिंग 28 से निम्न जाए तो पानी की मिलावट प्रमाणित हो जाती है।

2. दूध की एक बूंद को पॉलिश की ऊर्ध्वाधर सतह पर रखने से शुद्ध दूध बहुत धीरे से बहता है पर एक सफेद निशान छोड़ता है, जबकि पानी मिला हुआ दूध बिना निशान छोड़े बह जाता है।

3. मिलावट करने वाले लैक्टोमीटर की रीडिंग बढ़ाने के लिए दूध में चीनी, स्टार्च आदि मिला देते हैं। इसकी जांच के लिए दूध में आयोडीन मिलाकर गर्म करें। यदि दूध का रंग नीला हो जाता है तो इसका अर्थ है कि दूध में स्टार्च उपस्थित है।

4. यूरिया की पहचान के लिए एक परीक्षण ट्यूब में 5 मि.मी. दूध में दो बूंद ब्रोमोथाइमोल/अल्कोहल मिलाएं। दस मिनट पश्चात नीले रंग का विकास यूरिया की उपस्थिति दर्शाता है।

2.

सरसों के बीज

आर्जिमोन

आर्जिमोन बीज की सतह खुरदरी होती है। सरसों के बीज को दबाने से वह अंदर से पीले रंग का होता है, जबकि आर्जिमोन बीज का रंग अंदर से सफेद होता है।

3.

सरसों का तेल

आर्जिमोन बीज

नमूने में सांद्र नाइट्रिक अम्ल मिलाकर मिश्रण को हिलाएं। थोड़ी देर बाद एसिड की परत में लाल-भूरे रंग की परत दिखाई दे तो यह आर्जिमोन की उपस्थिति का संकेत है।

4.

आइसक्रीम

वाशिंग पाउडर

आइसक्रीम में नींबू के रस की कुछ बूंदे डालने से बुलबुले बनने पर वांशिंग पाउडर की मौजूदगी का पता चलता है।

5.

चांदी का वर्क

एल्युमिनियम

चांदी के वर्क में एल्युमिनियम की मिलावट की आसानी से जांच की जा सकती है, क्योंकि चांदी के वर्क को जलाने पर वह छोटी गेंद के रूप में परिवर्तित हो जाता है, जबकि मिलावट वाली चांदी को जलाने के बाद गहरे ग्रे रंग का अवशेष बच जाता है।

6.

चाय-पत्ती

रंगीन पत्ते

चायपत्ती को सफेद रंग के कागज पर रगड़ने से कृत्रिम रंग कागज पर आ जाता है।

लोहा फिलिंग

चायपत्ती के नमूने के ऊपर से चुम्बक फिराने से लौह अवयव चुम्बक में चिपक जाते हैं।

रंग

चायपत्ती की शुद्धता की जांच के लिए चीनी मिट्टी के किसी बरतन या शीशे की प्लेट पर नींबू का रस डालकर उस पर चायपत्ती का थोड़ा सा बुरादा डालें। यदि नींबू के रस का रंग नारंगी या दूसरे रंग का हो जाता है तो इसमें मिलावट है। यदि चायपत्ती असली है, तो हरा मिश्रित पीला रंग दिखाई देगा।

7.

शहद

चीनी और पानी(चाशनी)

एक रूई के फाहे को शहद में भिगोकर उसे माचिस की तीली से जलाएं। यदि शहद अपमिश्रित है, तो रूई का फाहा नहीं जलेगा और यदि शहद शुद्ध है तो जल उठेगा।

8.

कॉफी

खजूर/इमली के बीज

कॉफी पाउडर को गीले ब्लॉटिंग पेपर पर छिड़क लें। इसके ऊपर पोटेशियम हाइड्रॉक्साइड की कुछ बूंदे डालें। यदि कॉफी के आसपास उसका रंग भूरा हो जाये तो समझ लेना चाहिए कि उसमें मिलावट है।

चिकोरी पाउडर

कॉफी पाउडर को पानी में छिड़कने पर वह घुल जाती है, परंतु चिकोरी पाउडर बर्तन के तले में जमा हो जाएगा।

मिलावटी पदार्थों से बचने और अपमिश्रण की पहचान के लिए गृहिणियों का जागरूक होना अति आवश्यक है। खाद्य अपमिश्रण एक अपराध है। खाद्य अपमिश्रण अधिनियम (Prevention of Food Adultration Act, 1954) के अंतर्गत किसी भी व्यापारी या विक्रेता

Answered by Anonymous
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Explanation:

वर्तमान परिस्थिति परिवेश में सबसे बड़ी समस्या खाद पदार्थ मिलावट की समस्या दूध खोवा पनीर खाद्य तेलों में मिलावट की समस्या पुरानी छापेमारी में कुछ लोगों को पकड़ा भी ज्यादा करना कानूनी के लंबे दांत पर्ची एवं लंबी प्रक्रिया के चलते हुए साफ बच जाते हैं खाद्य पदार्थों में मिलावट करके लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर इस प्रकार के धंधे में करोड़ों रुपए कमाते हैं

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