खण्ड-क (अपाठत बाध)
-1
निम्रलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-
(1x5)=5
कार्य का महत्त्व और उसकी सुन्दरता उसके समय पर संपादित किए जाने पर ही है। अत्यंत सुघड़ता से किया हुआ
कार्य भी यदि आवश्यकता के पूर्व न पूरा हो सके तो उसका किया जाना निष्फल ही होगा चिड़ियों द्वारा खेत चुग
लिए जाने पर यदि रखवाला उसकी सुरक्षा की व्यवस्था करे तो सर्वत्र उपहास का पात्र ही बनेगा और उसके देर से
किए गए उद्यम का कोई मूल्य नहीं होगा। श्रम का गौरव तभी है जब उसका लाभ किसी को मिल सके। इसी कारण
यदि बादलों द्वारा बरसाया गया जल कृषक की फ़सल को फलने-फूलने में मदद नहीं कर सके या फ़सल के बर्बाद
होने के बाद बरसा जल व्यर्थ ही है। अवसर का सदुपयोग न करने वाले व्यक्ति को इसी कारण पश्चाताप करना पड़ता
है। उद्यम और समय का सामंजस्य जीवन को सफलता के नये सोपानों की ओर अग्रसर करता है।
को
q.कार्य का महत्त्व कब बढ़ जाता है ?
q. किस प्रकार के उद्यम का मूल्य नहीं होता?
q. खेत का रखवाला कब और क्यों उपहास का पात्र बन जाता है ?
q.बादल का बरसना कब व्यर्थ हो जाता है ?
q.“सुंदरता” शब्द में मूल शब्द एवं प्रत्यय अलग कीजिए।
5 question please answer them all
Answers
Answered by
13
Answer:
1 कार्य का महत्त्व और उसकी सुन्दरता उसके समय पर संपादित करने पर बढ़ जाता है।
2 देर से किए गए उद्यम का कोई मूल्य नहीं होता ।
3 चिड़ियों द्वारा खेत चुग लिए जाने केे बाद यदि रखवाला उसकी सुरक्षा की व्यवस्था करता है तो वह सर्वत्र उपहास का पात्र बन जाता है |
4 फ़सल के बर्बाद होने के बाद बादल का बरसना व्यर्थ हो जाता है।
5 सुंदरता = सुंदर + ता
i hope it will help u
mark me as braniliest
Answered by
8
Answer:
1कार्य का महत्त्व और उसकी सुन्दरता उसके समय पर संपादित किए जाने पर ही है।
2 देर से किए गए उद्यम का कोई मूल्य नहीं होगा।
3 चिड़ियों द्वारा खेत चुग
चिड़ियों द्वारा खेत चुगलिए जाने पर यदि रखवाला उसकी सुरक्षा की व्यवस्था करे तो सर्वत्र उपहास का पात्र बन जाता है।
4 श्रम का गौरव तभी है जब उसका लाभ किसी को मिल सके। इसी कारण यदि बादलों द्वारा बरसाया गया जल कृषक की फ़सल को फलने-फूलने में मदद नहीं कर सके या फ़सल के बर्बाद होने के बाद बरसा जल व्यर्थ ही है।
5 सुंदर मूल शब्द आ प्रत्यय
Similar questions