Hindi, asked by kumaraman96101, 4 months ago


लीगी की प्रामा
साया करते थे. इसी उनले लिने
लोग भी उन्हें नानली फिक्र में रहा करते थे। मिर्जापुर
ने पुरानी परिपाठी केराकत ही प्रतिभाशाली लाट
रहते थे जिनका नाम भा-वामानाचारि
चागिरि । रक दिन
सडक परोपरी साहब ऊपर एक गिला जोरले
अंतिम चरण रह गया
भारी
साहब आपनेरमो मेपरवाल हिला
सहारे खडे दिखाई पडे चटकविह पूस होगमा और
ਸਸਕੀ ਧੀਕ ਚਕਿਤ ਰਚਰਚ ਵੱਸ
अंश
मा टेलि खडी जेटी जारि सुगनाने की।
सप़सग व्याख्या कीजिए ​

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Explanation:

लीगी की प्रामा

साया करते थे. इसी उनले लिने

लोग भी उन्हें नानली फिक्र में रहा करते थे। मिर्जापुर

ने पुरानी परिपाठी केराकत ही प्रतिभाशाली लाट

रहते थे जिनका नाम भा-वामानाचारि

चागिरि । रक दिन

सडक परोपरी साहब ऊपर एक गिला जोरले

अंतिम चरण रह गया

भारी

साहब आपनेरमो मेपरवाल हिला

सहारे खडे दिखाई पडे चटकविह पूस होगमा और

ਸਸਕੀ ਧੀਕ ਚਕਿਤ ਰਚਰਚ ਵੱਸ

अंश

मा टेलि खडी जेटी जारि सुगनाने की।

सप़सग व्याख्या कीजिए

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