Hindi, asked by vaibhavgupta9349, 10 months ago

लॉकडाउन के कारण पशु पक्षियों को पर्याप्त भोजन नहीं मिल पा रहा है इस विषय पर चिंता प्रकट कर रहे दो मित्रों की बातचीत का संवाद लेखन कीजिए?mai es question ko 2 bar dal chuka hoo please sahi answer na pta ho to kuch bhi na likhe ​

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Answered by Camilaa
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Answer:

बड़वाह. मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जो भोजन बनाकर पेट भर लेता है। लॉकडाउन में जरुरतमंदों, गरीबों व बेसहारों को प्रशासन व समाजसेवी भोजन व राशन सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं लेकिन पशु पक्षी व जानवर भोजन के लिए इधर उधर भटकते नजर आते हैं। जिसे देखकर नगर के पशु प्रेमी पक्षियों व जानवरों को भोजन करा रहे हैं।

लोगों के घरों में रहने के कारण व बाजार बंद होने से इन जानवरों को खाना नहीं मिल पा रहा था। इसके लिए नगर के पशु प्रेमी लगातार गायों, कुत्तों व पशु पक्षियों के लिए भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। कुत्तों के लिए रोटियां बनाई जा रही है। गायों के लिए सब्जियों व चारे का संग्रह कर उन्हें खिलाया जा रहा है। दाल व अन्य अनाज मिलाकर जानवरों को खिला रहे हैं। इस कार्य में अन्य लोगों का सहयोग मिल रहा है।

अखिलेश खंडेलवाल अपने घर पर ही प्रतिदिन 12 से 15 किलो आटे की रोटियां दोनों समय बना कर कुत्तों को खिलाते हैं। आसपास के खेतों के किसानों से संपर्क कर सब्जियों का संग्रह करके अपने साथियों के साथ मिलकर रोड, गली मोहल्लों में बैठने वाली गायों को खिलाते हैं। समाजसेवी गोपी सोनी ने 50 किलो आटे का सहयोग प्रदान किया। कई समाजसेवी मजदूरी व गैस टंकी का खर्च वहन कर एक क्विंटल मसूर के चारे का भूसा प्रदान किया। सिंचाई कॉलोनी में जितेंद्र सेन ने अपने निवास पर गायों को खिलाने के लिए चारा रखा है। जहां प्रतिदिन गायों को चारा दिया जाता है। कुत्तों, बिल्लियों को व पेड़ पर बैठे पक्षियों के लिए रस्सी में ट्रे बांधकर पेड़ पर ऊपर खाना रखा जाता है।  

घायल पशु पक्षियों का कर रहे उपचार  

पशुओं के लिए समर्पित एनिमल वेलफेयर सोसायटी के माध्यम से पशुओं को हर प्रकार की सुरक्षा और उपचार देने के लिए समर्पित टोनी शर्मा ने हर घायल पशु पक्षी जानवर का उपचार कर उसे जंगल में उचित वातावरण में छोड़ा जा रहा है। नगर के पशु प्रेमियों मनप्रित भाटिया, प्रदीप बंसल, मिताली पाल, गुडलक पाल, कपिल तिवारी, हर्षित चंद्रवंशी, यश राणा व अन्य लोगों सहयोग कर रहे हैं।

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