Hindi, asked by Adityagenius185, 10 months ago

लेखक ने अपने जूते को कैसा बताया है तथा उसकी विशेषता क्या है ​

Answers

Answered by shishir303
4

लेखक ने अपने जूते को प्रेमचंद के जूतों से कम फटा हुआ बताया है। लेखक हरिशंकर परसाई कहते हैं कि उनका जूता आगे से फटा नहीं है और वो अपने जूते से पैरों की उंगलियों को बाहर निकलने नहीं देता। लेखक के अनुसार के उनके जूतों की स्थिति प्रेमचंद के जूतों से बेहतर है।

यह प्रश्न हरिशंकर परसाई द्वारा लिखित प्रेमचंद के फटे जूते पाठ से संबंधित है, जिसमें प्रेमचंद के फटे जूते के माध्यम से लेखक परसाई जी ने एक व्यंग कसा है और उन्होंने एक फोटो में देखा कि प्रेमचंद फटे हुय जूते पहने हुये हैं। प्रेमचंद इतने बड़े लेखक होते हुए भी अभाव से ग्रस्त रहे इसी बात का लेखक ने व्यंग्यात्मक शैली में विवेचन किया है।

परसाई से लेखों से संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...

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हरिशंकर परसाई ने राजनीतिक जीवन में व्याप्त भ्रष्टाचार पर व्यंग किया है इस संबंध में ‘भेड़ें और भेड़िया’ पाठ को आधार बनाकर आजकल की राजनीतिक उथल-पुथल पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।

https://brainly.in/question/10173660

hari shankar parsai ki kisi ek kahani ka saransh

Answered by riyakushwaha348
4

Answer:

लेखक ने अपने जूते को प्रेमचंद के जूतों से कम फटा हुआ बताया है। लेखक हरिशंकर परसाई कहते हैं कि उनका जूता आगे से फटा नहीं है और वो अपने जूते से पैरों की उंगलियों को बाहर निकलने नहीं देता। लेखक के अनुसार के उनके जूतों की स्थिति प्रेमचंद के जूतों से बेहतर है।

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