लेखक ने व्यक्ति और देश के पड़ोसियों की तुलना क्यों की है?
Answers
लेखक ने व्यक्ति और देश के पड़ोसियों की तुलना की है क्योंकि देश की ईकाई भी व्यक्तियों के समूह से ही बनती है । व्यक्ति और देश के पड़ोसियों के व्यवहार में कुछ खास अंतर नहीं होता है । जिस प्रकार हमारे पड़ोसी हमारे प्रति प्रेम और सद्भावना रखते हैं सिर्फ ऊपरी मन से और मौका मिलते ही हमसे ईष्र्या करने लगते हैं ।
ठीक उसी प्रकार हमारे पड़ोसी देश भी प्रेम और आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की हमारी इस बात को स्वीकार करते हैं और मौका मिलते ही हमारे देश में बमबारी करते हैं और आतंक फैलाते हैं ।
Explanation:
लेखक ने व्यक्ति और देश की पड़ोसियों की तुलना इसलिए की है क्योंकि उनके क्योंकि उनके व्यवहार अच्छे नहीं है आखिर देश की इकाई भी व्यक्तियों के समूह से ही बनती है जैसे हमारे पड़ोसी हमारे प्रति प्रेम और सद्भावना रखते हैं वैसे ही हमारे देश के पड़ोसी भी शांति हिंसा और आंतरिक मामले में आज तुझे अपना करने का उसूल हर पड़ोसी देश संसार के सामने सार्वजनिक तौर पर अपनाता है