लालच में आकर आदमी क्या क्या कर सकता है
८-१० वाक्यों में उत्तर लिखिए
Answers
lalach eak esi cheez hai jiske ke aadhr par insaan kuch bhi kr sakta hai chake vo sai ho yaa nahi vo kuch bhi sochta kuch bhi kr leta hai
uski soch nea ki sakti par lalach haavi ho jaata hai. vo koi bhi glt kaam krne parajbur ho jaata hai.
Answer:
- पहले दिन हास्य नाटक गोरखधंधा का हुआ मंचन
लखनऊ। निज संवाददाता
जब पैसा धर्म कर्म संबंध और नैतिकता से ऊपर हो जाता है व जीवन का उददेश्य पैसा कमाना ही रह जाता है जीवन अर्थहीन हो जाता है। शनिवार को मंचकृति संस्था की ओर से तीन दिवसीय हास्य नाट्य समारोह का आगाज संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे प्रेक्षागृह में किया गया। पहले दिन प्रेम विनोद फाउंडेशन की ओर से हास्य नाटक गोरखधंधा का मंचन किया गया। नाटक का लेखन जयवर्धन ने किया जबकि निर्देशन जेपी सिंह ने किया। नाटक की शुरुआत एक ऐसे इंसान से होती है जो पैसों के लिए कुछ भी करने को तैयार रहता है। लोगों से बइमानी करके अपने पैसा ऐठना, यहां तक वो पैसों के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहता है। लेकिन वो यह काम शराफत का चोला पहनकर करता है ताकि लोगों को लगता रहे कि वो भलाई के लिए काम कर रहा है। वो एक झूठ को छुपाने के लिए दूसरा झूठ बोलता है ऐसे में वो झूठ पर झूठ बोलता रहता है अंत में यही झॅठ उसके गले की हड्डी बन जाता है। इस दौरान संवाद और अभिनय ने लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया। अंत में उसकी पोल खुलने के बाद न तो उसे रिश्तेदार अपनाते हैं और कानून से सजा अलग मिलती है। नाटक में राघवेन्द्र तिवारी, सुशील शर्मा, दक्षा शर्मा , गौरव और अरुण सौदे ने अभिनय किया।
Explanation: