लाना संग में पुष्प, न हों वे अधिक सजीले, तो सुगंध भी मंद, ओस से कुछ कुछ गीले। किन्तु न तुम उपहार भाव आ कर दिखलाना, स्मृति में पूजा हेतु यहाँ थोड़े बिखराना। meaning on basis of poem jaliyawala bagh me vasant
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Sorry I am not 2nd language Hindi but I will try
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जल्लियाँवाला बाग़ में जो कुछ भी हुआ उसे हम सब जानते हैं | यहाँ पर बहुत लोग और बहुत से मासूम भी बच्चे शहीद हुए थे | इस घटना पूरे विश्व में अमानवीय घटना घोषित किया गया था |
जल्लियाँवाला बाग़ वसंत कविता की इन पंक्तियों में कवित्री ने अपने मन कि भावनाओं को कुछ इस तरह व्यक्त किया है वह कहती हैं कि हे वसंत तुम जल्लियाँवाला बाग़ में आना लेकिन धीरे आना यह एक शोक स्थान है, तुम अपने साथ फूल भी ज़रूर लाना पर वह बहुत अधिक सुंदर न हो और उनकी सुगंध भी बहुत कम हो और कुछ ओस की बूंदों से भीगे हों | जो लोग वहाँ शहीद हुए हैं उनकी याद में कुछ फूल यहाँ बिखेर कर जाना | क्यूंकि यह बागहरियाली से हरा नहीं हैं पर शहीदों क खून से लाल है |
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