letter in hindi 1.vidhyalya ke varshik utsav mai manch sanchalan ka anubhav kaisa raha iske bare mai apne mitr ko patr. 2.kusangati se bachne ke liye salha dete hua anuj ko patr. 3.samay ke sadupyog ki salha dete hua mitr ko patr. 4.navi kaksha ke bare mai batate hua pita ji ko patr. thanks and plz tell me its so so so urgent for me tell me all letters plz mam and frnds
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गोकुल सदन
नवीन विद्यालय
अहमदाबाद ( गुजरात)
प्रिय मित्र सुधांशु
सप्रेम नमस्ते
तुम्हारा पत्र मिला पाकर खुशी हुई। तुम्हें यह जानकर खुशी होगी कि इस वर्ष हमारी शाला के वार्षिकोत्सव का मंच संचालन मैंने किया। 2 फरवरी को संपन्न हुए इस वार्षिकोत्सव में मंच संचालन हेतु कई नाम आए थे किंतु सर्वसम्मति से मेरा नाम पारित हुआ । मुझे यह लग रहा था कि मैं यह कार्य कैसे संपन्न करूंगा? इस कार्यक्रम में हमारे प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री आदर्श गुप्ता जी आने वाले थे । मैंने पूर्व तैयारी तो कर रखी थी किंतु जैसे ही मंत्री जी का आगमन हुआ मेरी ह्रदय गति बढ़ने लगी l मेरे सम्मुख समस्त विद्यालय के विद्यार्थीगण तथा शिक्षकगण एवं स्वयं मंत्री जी भी थे। इन सबके सामने प्रभावशाली आवाज में मंच संचालन करना मेरे लिए किसी चुनौती से कम नहीं था ,किंतु क्योंकि मैंने पूर्वाभ्यास कर लिया था इससे मुझे काफी मदद मिली मैंने कुछ कविता की पंक्तियां दोहे तथा कुछ शायरियों का भी अध्ययन किया था ।जिसके माध्यम से मेरा कार्य सुचारु रुप से संपन्न हुआ आगत जनों ने भी मेरे कार्य को सराहा ।विशेषकर हमारी कक्षा अध्यापिका ने मेरी पीठ थपथपाई। इससे मेरे आत्मविश्वास में वृद्धि हुई और मैं जिसे कक्षा के सभी लोग मितभाषी मानते थे अब वाकपटु की श्रेणी में आ गया था ।अच्छा विशेष बात यह थी ,पुरस्कार वितरण में भी मुझे आमंत्रित कर मंच संचालन हेतु पुरस्कृत किया गया। उस पुरस्कार के द्वारा मैं फूला न समाया तथा मुझ में जो उत्साह का संचार हुआ वह तुम्हारे सम्मुख है कि मैं तुम्हें इस तथ्य को उजागर करने हेतु पत्र लिख रहा हूं।
घर में पूज्य माता जी को मेरा चरण स्पर्श तथा छोटी पिंकी को ढेर सारा प्यार देना।
तुम्हारा दोस्त
संजीव
नवीन विद्यालय
अहमदाबाद ( गुजरात)
प्रिय मित्र सुधांशु
सप्रेम नमस्ते
तुम्हारा पत्र मिला पाकर खुशी हुई। तुम्हें यह जानकर खुशी होगी कि इस वर्ष हमारी शाला के वार्षिकोत्सव का मंच संचालन मैंने किया। 2 फरवरी को संपन्न हुए इस वार्षिकोत्सव में मंच संचालन हेतु कई नाम आए थे किंतु सर्वसम्मति से मेरा नाम पारित हुआ । मुझे यह लग रहा था कि मैं यह कार्य कैसे संपन्न करूंगा? इस कार्यक्रम में हमारे प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री आदर्श गुप्ता जी आने वाले थे । मैंने पूर्व तैयारी तो कर रखी थी किंतु जैसे ही मंत्री जी का आगमन हुआ मेरी ह्रदय गति बढ़ने लगी l मेरे सम्मुख समस्त विद्यालय के विद्यार्थीगण तथा शिक्षकगण एवं स्वयं मंत्री जी भी थे। इन सबके सामने प्रभावशाली आवाज में मंच संचालन करना मेरे लिए किसी चुनौती से कम नहीं था ,किंतु क्योंकि मैंने पूर्वाभ्यास कर लिया था इससे मुझे काफी मदद मिली मैंने कुछ कविता की पंक्तियां दोहे तथा कुछ शायरियों का भी अध्ययन किया था ।जिसके माध्यम से मेरा कार्य सुचारु रुप से संपन्न हुआ आगत जनों ने भी मेरे कार्य को सराहा ।विशेषकर हमारी कक्षा अध्यापिका ने मेरी पीठ थपथपाई। इससे मेरे आत्मविश्वास में वृद्धि हुई और मैं जिसे कक्षा के सभी लोग मितभाषी मानते थे अब वाकपटु की श्रेणी में आ गया था ।अच्छा विशेष बात यह थी ,पुरस्कार वितरण में भी मुझे आमंत्रित कर मंच संचालन हेतु पुरस्कृत किया गया। उस पुरस्कार के द्वारा मैं फूला न समाया तथा मुझ में जो उत्साह का संचार हुआ वह तुम्हारे सम्मुख है कि मैं तुम्हें इस तथ्य को उजागर करने हेतु पत्र लिख रहा हूं।
घर में पूज्य माता जी को मेरा चरण स्पर्श तथा छोटी पिंकी को ढेर सारा प्यार देना।
तुम्हारा दोस्त
संजीव
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