letter on motherland in hindi
Answers
Answered by
0
मुझे नहीं पता कि मैं क्या महसूस कर रहा हूं। मेरे दिल के नीचे बहुत सी चीजें हैं और मुझे लगता है कि आपको वही महसूस करना चाहिए। आपने 6 दशकों पहले दासता की श्रृंखला तोड़ दी है। लेकिन क्या आप स्वतंत्र होने की तरह महसूस करते हैं? इस देश के नागरिक स्वतंत्र है
यहां संविधान, संसद, कानून और व्यवस्था है जो आपके बच्चों को मुक्त नहीं बल्कि उन्हें शासन करने के लिए है। अपने खून के दास बनना सपना है जो मुझे इन दिनों सबसे ज्यादा परेशान करता है। हर कोई अपने बहादुर बच्चों के सभी बलिदान बेचकर सत्ता में वृद्धि करने के लिए बेताब है। अगर कोई सही या गलत कर रहा है तो देखभाल करने के बिना राजनेता एक दूसरे को दोष दे रहे हैं।
नौकरशाह रिश्वत ले रहे हैं और सरकारी कर्मचारियों को अच्छा वेतन मिल रहा है जिससे गरीब लोग अपने 'कट' के लिए रोते हैं। सामने वाले पृष्ठ के बड़े क्षेत्र और सैनिकों के बलिदान पर कब्जा करने वाले सेलेबियों के टूटने और लिंक अप को अनदेखा किया जा रहा है। जो लोग सक्षम हैं वे विदेश में स्थानांतरित हो रहे हैं।
लेकिन मैं तुम्हें छोड़ने वाला नहीं हूँ। मुझे नहीं पता कि मैं कितना सक्षम हूं लेकिन मैं खून की आखिरी बूंद तक अपने आँसू मिटा दूंगा। मैं वादा करता हूँ।
HOPE THIS HELPS...
यहां संविधान, संसद, कानून और व्यवस्था है जो आपके बच्चों को मुक्त नहीं बल्कि उन्हें शासन करने के लिए है। अपने खून के दास बनना सपना है जो मुझे इन दिनों सबसे ज्यादा परेशान करता है। हर कोई अपने बहादुर बच्चों के सभी बलिदान बेचकर सत्ता में वृद्धि करने के लिए बेताब है। अगर कोई सही या गलत कर रहा है तो देखभाल करने के बिना राजनेता एक दूसरे को दोष दे रहे हैं।
नौकरशाह रिश्वत ले रहे हैं और सरकारी कर्मचारियों को अच्छा वेतन मिल रहा है जिससे गरीब लोग अपने 'कट' के लिए रोते हैं। सामने वाले पृष्ठ के बड़े क्षेत्र और सैनिकों के बलिदान पर कब्जा करने वाले सेलेबियों के टूटने और लिंक अप को अनदेखा किया जा रहा है। जो लोग सक्षम हैं वे विदेश में स्थानांतरित हो रहे हैं।
लेकिन मैं तुम्हें छोड़ने वाला नहीं हूँ। मुझे नहीं पता कि मैं कितना सक्षम हूं लेकिन मैं खून की आखिरी बूंद तक अपने आँसू मिटा दूंगा। मैं वादा करता हूँ।
HOPE THIS HELPS...
Answered by
0
hey mate
_________
Letter to my motherland in Hindi- मेरे देश के नाम पत्र
मेरे प्रिय देश,
भारत
30 जुलाई 2018
सप्रेम नमस्कार ,
आज बहुत दिन बाद तुम्हारी याद आयी तो सोचा क्यों ना तुम्हे पत्र लिखकर तुम्हारा हालचाल पूछ लू. आशा करता हूँ की तुम कुशलतापूर्वक होंगे एवं दिन दुगनी रात चौगनी तरक्की भी कर रहे होंगे. मुझे आज भी वह दिन याद है जब मैं तुमसे पहली बार मिला था तुम बहुत खुश लग रहे थे, चारो और हरियाली से घिरे, मीठी नदियों से भरे तुम्हारे हर तरफ सिर्फ हस्ते मुस्कुराते चेहरे ही दिखाई देते थे. तुम्हारी आजाद भारत के रूप में ७० वर्षों की यात्रा बहुत ही रोमांचक रही और हम दुनिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाले लोकतंत्र की मिसाल भी कायम कर चुके हैं। मैं जानता हूँ कि आज तुम बहुत सारी समस्यायों से घिरे हुए हों, जों निश्चय ही हमारी गलतियों का नतीजा हैं। लेकिन यह भी सच हैं की सभी नकारात्मक और राजनीतिक तनावों के बाद भी आप एक मजबूत राष्ट्र के रूप में खड़े हैं।
मैंने पिछले कुछ दशकों में तुम्हारी सभी अद्भुत उपलब्धियों की सराहना की हैं और उन क्षणों को याद करते हुए मुझे अत्यधिक गर्व महसूस होता है जब तुमने मुझे खुद को ‘भारतीय’ कहने का अवसर प्रदान किया। 1950 के मुकाबले 2017 मे साक्षरता दर 12% से 74% हो चुकी हैं. एक ही मिशन में 104 उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च करने के लिए, चंद्रमा पर पानी खोजने वाले पहले राष्ट्र होने के नाते, पहले प्रयास में मंगल ग्रह तक पहुंचने वाले एकमात्र राष्ट्र के रूप में तुमने हर जगह प्रशंसा ही पाई हैं. आज तुम्हारे संरक्षण से निकले हुये प्रतिभावान व्यक्ति, समस्त दुनिया में तुम्हारा नाम रोशन कर रहें हैं.
जानता हूँ अब हालात पहले जैसे नहीं रह गए हैं. भ्रष्टाचार, आतंकवाद, कन्या भ्रूण हत्या, बेरोजगारी, महंगाई आदि जैसी कई अन्य समस्यायों ने तुम्हे घेर रखा हैं. तुम लगातार बढ़ती अपराध की घटनाओं को लेकर चिंतित रहते हों. एक समय में तुम्हे सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाता था परन्तु आज तुम्हे घोटालों, काला धन व बढ़ते अपराधों के लिए जाना जाता हैं. मैं जानता हूँ की तुम बहुत दुखी महसूस करते हों पर मेरे प्यारे देश तुम कभी भी हिम्मत मत हारना। जैसा की सभी जानते हैं समय सदा एक सा नहीं रहता। आज की युवा पीढ़ी तुम्हारे सम्मान के लिए कमर कस कर खड़ी हैं. और सभी समस्याओं के बावजूद हम सभी कुरूतियों से लड़ने और निरंतर आगे बढ़ते रहने का संकल्प भी करते हैं।
अंत में, मैं तुम्हे बस यही कहना चाहता हूँ की तुम सदा प्रगति की राह पर आगे बढ़ते रहों और एक विश्व शक्ति के रूप में तुम्हारी पहचान हों. साथ ही साथ तुम्हे यह विश्वास भी दिलाना चाहता हूँ की मैं सदैव आपकी सेवा में कार्यरत रहूँगा और आपकी प्रगति में निरन्तर सहभागी रहूँगा.
तुम्हारा शुभ चिंतक
पूजित सिंह
आशा है मदद होगी।
_________
Letter to my motherland in Hindi- मेरे देश के नाम पत्र
मेरे प्रिय देश,
भारत
30 जुलाई 2018
सप्रेम नमस्कार ,
आज बहुत दिन बाद तुम्हारी याद आयी तो सोचा क्यों ना तुम्हे पत्र लिखकर तुम्हारा हालचाल पूछ लू. आशा करता हूँ की तुम कुशलतापूर्वक होंगे एवं दिन दुगनी रात चौगनी तरक्की भी कर रहे होंगे. मुझे आज भी वह दिन याद है जब मैं तुमसे पहली बार मिला था तुम बहुत खुश लग रहे थे, चारो और हरियाली से घिरे, मीठी नदियों से भरे तुम्हारे हर तरफ सिर्फ हस्ते मुस्कुराते चेहरे ही दिखाई देते थे. तुम्हारी आजाद भारत के रूप में ७० वर्षों की यात्रा बहुत ही रोमांचक रही और हम दुनिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाले लोकतंत्र की मिसाल भी कायम कर चुके हैं। मैं जानता हूँ कि आज तुम बहुत सारी समस्यायों से घिरे हुए हों, जों निश्चय ही हमारी गलतियों का नतीजा हैं। लेकिन यह भी सच हैं की सभी नकारात्मक और राजनीतिक तनावों के बाद भी आप एक मजबूत राष्ट्र के रूप में खड़े हैं।
मैंने पिछले कुछ दशकों में तुम्हारी सभी अद्भुत उपलब्धियों की सराहना की हैं और उन क्षणों को याद करते हुए मुझे अत्यधिक गर्व महसूस होता है जब तुमने मुझे खुद को ‘भारतीय’ कहने का अवसर प्रदान किया। 1950 के मुकाबले 2017 मे साक्षरता दर 12% से 74% हो चुकी हैं. एक ही मिशन में 104 उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च करने के लिए, चंद्रमा पर पानी खोजने वाले पहले राष्ट्र होने के नाते, पहले प्रयास में मंगल ग्रह तक पहुंचने वाले एकमात्र राष्ट्र के रूप में तुमने हर जगह प्रशंसा ही पाई हैं. आज तुम्हारे संरक्षण से निकले हुये प्रतिभावान व्यक्ति, समस्त दुनिया में तुम्हारा नाम रोशन कर रहें हैं.
जानता हूँ अब हालात पहले जैसे नहीं रह गए हैं. भ्रष्टाचार, आतंकवाद, कन्या भ्रूण हत्या, बेरोजगारी, महंगाई आदि जैसी कई अन्य समस्यायों ने तुम्हे घेर रखा हैं. तुम लगातार बढ़ती अपराध की घटनाओं को लेकर चिंतित रहते हों. एक समय में तुम्हे सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाता था परन्तु आज तुम्हे घोटालों, काला धन व बढ़ते अपराधों के लिए जाना जाता हैं. मैं जानता हूँ की तुम बहुत दुखी महसूस करते हों पर मेरे प्यारे देश तुम कभी भी हिम्मत मत हारना। जैसा की सभी जानते हैं समय सदा एक सा नहीं रहता। आज की युवा पीढ़ी तुम्हारे सम्मान के लिए कमर कस कर खड़ी हैं. और सभी समस्याओं के बावजूद हम सभी कुरूतियों से लड़ने और निरंतर आगे बढ़ते रहने का संकल्प भी करते हैं।
अंत में, मैं तुम्हे बस यही कहना चाहता हूँ की तुम सदा प्रगति की राह पर आगे बढ़ते रहों और एक विश्व शक्ति के रूप में तुम्हारी पहचान हों. साथ ही साथ तुम्हे यह विश्वास भी दिलाना चाहता हूँ की मैं सदैव आपकी सेवा में कार्यरत रहूँगा और आपकी प्रगति में निरन्तर सहभागी रहूँगा.
तुम्हारा शुभ चिंतक
पूजित सिंह
आशा है मदद होगी।
noor0:
that's not copy ,bro
Similar questions