List of Anuswar and Anunasik in hindi
Answers
अनुस्वार का उच्चारण अक्सर हम अपने नाक पर जोर देकर करते हैं।
१)अनुस्वार- गंगा,दंगल,जंगल
२अनुनासिक- पाँव, माँ,चाँद
अनुस्वार की परिभाषा :- स्वर के बाद आने वाला व्यंजन है। इसकी ध्वनि नाक से निकलती है। अनुस्वार (ं) का प्रयोग विभिन्न जगहों पर होता है।
उदाहरण
रौंदते, सींगो,अंतरंग, बैंजनी, आशंका, बिंदु, खिंच, अंशों, बंद, बंधन , पतंग, संबंध, ज़िंदा, नंगा, अंदाज़ा, संभ्रांत।संस्था, अत्यंत, क्रांति, संश्लेषण, चिंतन, ढंग मंडल, मंत्री, सौंप, संक्षिप्त, अंग्रेजी,फ़ेंक, संभावना, अंकित, संक्रमण, गुंजायमान, अंतिम,कैंप, अधिकांश, संपूर्ण, सुन्दर, रंगीन, तंबू, नींद, ठंडी, पुंज, हिमपिंड, अत्यंत, कुकिंग, सिलिंडर, चिंतित, कौंधा, शंकु, लंबी, आनंद, दिसंबर, प्रारंभ, भयंकर, सायंकाल, आशंका, डंडा, त्योंही, उपरांत, संकल्प, आदि
अनुनासिक की परिभाषा :- अनुनासिक स्वरों के उच्चारण में मुँह से अधिक तथा नाक से बहुत कम साँस निकलती है। इन स्वरों पर चन्द्रबिन्दु (ँ) का प्रयोग होता है जो की शिरोरेखा के ऊपर लगता है।
उदाहरण
कुआँ, चाँद, भाँति, काँच , बाँधकर, पहुँच, ऊँचाई, टाँग, पाँच, दाँते, साँस, रँगी, अँगूठा, बाँधकर, बाँट, अँधेर, माँ, फूँकना, आँखें, झाँका, बाँस, सँभाले, मियाँ, अजाँ, ऊँगली, ठूँस, गूँथ, काँव-काँव, उँगली, काँच, बूँदें, रोएँ, पूँछ आदि |