लक्ष्मण परशुराम संवाद में मुख्य रस कौन सा है
Answers
Answer:
shingar ka
Explanation:
bhadwa Hai Sala Jutta neech
उत्तर:
वीर रस का प्रयोग है।
व्याख्या:
श्री राम के स्वयंवर में श्री राम द्वारा शिव धनुष तोड़े जाने की खबर जब ऋषि परशुराम जी को पता चली तब वे क्रोधित हो गये और स्वयंवर में आ पहुँचे और क्रोध में ललकारने लगे की " जिसने भी ये शिव धनुष तोडा है वो मेरे सामने आये वर्ना में सभा में मौजूद सारे राजाओ को खत्म कर दूंगा " उनकी इस ललकार का श्री लक्ष्मण जी के द्वारा प्रतिउत्तर दिया गया इस सारी संवाद में निम्नलिखित रशों का पता चलता है।
रौद्र रस: इसका स्थायी भाव क्रोध होता है। जब किसी व्यक्ति के कार्य या बात से मन में क्रोध की भावना उत्पन्न होती है तब वह रौद्र रस कहलाता है।
उदाहरण- श्री राम के शिव धनुष तोड़ने पर ऋषि परशुराम जी के मन् में क्रोध उत्पन्न हुआ इसलिये ये रौद्र रस कहलाया।
वीर रस: इसका स्थायी भाव उत्साह होता है। जब किसी की ललकार को सुनकर या, कठिनाई का सामना करने पर मन में जो उत्साह का भाव उत्पन्न होता है उसे वीर रस कहते है।
उदाहरण- श्री परशुराम जी की ललकार से न डरते हुए उसका सामना करने के लिए जब श्री लक्ष्मण जी ने प्रतिउत्तर दिया तब वीर रस की अनुभूति होती है।
#SPJ3