lll) "बसंत आया" कविता में कवि ने आज के मनुष्य की जीवन शैली पर व्यंग्य किया है इस कथन की पूष्टि उदाहरण देकर कीजिए।
Answers
Answered by
9
"बसंत आया " कविता में कवी रघुवीर सहाय ने आज के मनुष्य कि जीवन शैली पर व्यंग किया है। कवी का मानना है, कि मनुष्य का प्रकृती से रिश्ता तुटता जा राहा है।
कवी मनुष्य कें जीवन शैली पर व्यंग करते हुए केहते है कि जब वे काँक्रीट के रास्ते पर चल राहें थे, तभी एक घर के बाजू में अशोक के पेड बैठी चिडियां चहचहायी और पैरो से पत्ते कुचले गाये तब उन्हे बसंत अने का पता चला।
कवी जब बसंत पर कविता लिखेंगे, तब लोगो को बसंत आने का पता चलेगा। कॅलेंडर के तारीख से आज कल के मनुष्य को कुछ नही समाझता।
Similar questions