Lok Laaj khone ka abhipraya kya hai
Answers
Answered by
3
Answer:
लोक-लाज खोने का अभिप्राय क्या है? लोक-लाज खोने का यह अभिप्राय है कि समाज की अपनी एक मर्यादा होती है। जब हम इसके विपरीत कार्य करते हैं तो लोक-लाज खोने की बात कही जाती है। मीरा ने भी कुल एवं समाज की इस झूठी मर्यादा की परवाह नहीं की थी|
Similar questions