मेंडलीव की आवर्त सारणी से क्या लाभ हैं ?
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किसी एक वर्ग के सभी तत्त्वों के परमाणुओं के सबसे बाहरी कक्षा में इलेक्ट्रानों की संख्या (अर्थात 'संयोजक इलेक्ट्रानों' की संख्या) समान होती है। इस कारण किसी एक वर्ग के सभी तत्वों के मुख्य गुण समान होते हैं।
हल्की धातुएँ - वर्ग 1 और 2 .
अल्कली धातुएं - वर्ग 1.अल्कलाइन मृदा धातुएं - वर्ग 2.
भारी धातुएँ या संक्रमण धातुएँ' - वर्ग 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 .
अधातुएँ - वर्ग 13, 14, 15, 16 और 17.
अक्रिय गैसें - वर्ग 18 .

खण्ड या ब्लॉक
संयोजक इलेक्ट्रानों के आधार पर तत्वों को 4 खण्डों में बाँटा गया है- s, p, d, f .
s-block – वर्ग 1 तथा 2 .p-block – वर्ग 13 से 18 .d-block – वर्ग 3 से 12 .f-block – लैन्थेनाइड और ऐक्टिनाइड (Lanthanide and Actinide series).प्रतिनिधि तत्व (Representative Elements या Normal elements या Typical elements) – s-block और p-block के तत्वों को सम्मिलित रूप सेसंक्रमण तत्व (Transition Elements) – d-block के तत्वअन्तरिक संक्रमण तत्व (Inner Transition Elements) – f-block के तत्व -- इन्हें विरल मृदा तत्व(Rare Earth Elements) भी कहते हैं।
आवर्त
प्रथम आवर्त में केवल 2 तत्व हैं, यह सबसे छोटा आवर्त है।
दूसरे और तीसरे आवर्त में आठ-आठ तत्व हैं। इन्हें 'लघु आवर्त' (short period) कहते हैं।
चौथे और पाँचवें आवर्त में 18-18 तत्व हैं। इन्हें 'दीर्घ आवर्त' कहते हैं।
छठे आवर्त में 32 तत्त्व हैं। यह सबसे बड़ा आवर्त है।
सातवाँ आवर्त अपूर्ण है।
छठे आवर्त के तीसरे वर्ग में परमाणु क्रमांक 57 से 71 तक के तत्व हैं। इन्हें 'लैन्थेनाइड' कहते हैं।
सातवें आवर्त के तीसरे वर्ग में परमाणु क्रमांक 89 से103 वाले तत्त्व हैं। इन्हें ऐक्टिनाइड (actinides) कहते