मूल्य वे नहीं जो मानवता हैं बल्कि वे है जैसा मानवता को होना चाहिए
Answers
Answered by
0
Answer:
मूल्य वे नहीं जो मानवता है, बल्कि वे हैं जैसा मानवता को होना चाहिये व्यक्ति के लिये जो सर्वश्रेष्ठ है, वह आवश्यक नहीं कि समाज के लिये भी हो स्वीकारोक्ति का साहस एवं सुधार करने की निष्ठा सफलता के दो मंत्र हैं। . भारत में अधिकतर कृषकों के लिये कृषि जीवन-निर्वाह का एक सक्षम स्रोत नहीं रही है।
Similar questions