Hindi, asked by manojparmarabcd, 9 days ago

मालवीय जी की वाणी बहती गंगा के सामान थी "समझाइए।​

Answers

Answered by rkthapalichfl
0

Answer:

Hope it will help full for you

Explanation:

पैसे इकट्ठा करने के लिए वह झोली लेकर देश के कोने-कोने में घूमे। उनमें एक ऐसी विशेषता थी कि जिसके द्वार पर वह पहुँचते थे, वहाँ से खाली हाथ न लौटते थे। मालवीय अपने को भारत का भिखारी मानते थे। (ख) 'मालवीय जी की वाणी बहती गंगा के समान थी।

Similar questions