मेरा भारत महान एससाय
Answers
Hope it helped
Please mark brainliest
मेरा भारत महान
" सागर चरण धो रहा क्षण - क्षण ,
गौरवशाली इसका कण - कण '
देश की महानता के बारे में इनसे अलग शब्द मेरे पास नहीं हैं । देश के कण - कण में महानता छिपी है । मुझे गर्व है कि मैं भारतवासी हूँ । मनमोहिनी प्रकृति की गोद में बसा मेरा देश सबसे प्यारा और सबसे न्यारा है । तीनों ओर से समुंदर से घिरा और उत्तुंग हिमालय का ताज पहना हुआ मेरा देश प्राकृतिक चौहद्दी में सुरक्षित है । गंगा - यमुना जैसी कई नदियाँ अपने अमृत जल से इसे गुलजार रखती हैं । भारतीय संस्कृति प्राचीन है जिसमें उदात्त मानवीय गुणों का आलोक है । दुनिया को शिक्षित और सुसंस्कृत करने की वजह से हमारा देश जगत् गुरु कहलाता है ।
हमारे देश का इतिहास त्याग और बलिदान का इतिहास है । अशोक , चंद्रगुप्त , राणा प्रताप , पृथ्वीराज चौहान , छत्रपति शिवाजी जैसे प्रतापी राजाओं और पतंजलि , महर्षि व्यास जैसे ज्ञानी ऋषि - मुनियों की यह पावन भूमि है । संगीत , नृत्य , शिल्प जैसी चौसठ कलाओं से संपन्न यह देश ज्ञान - विज्ञान का खजाना है । हमारे पूर्वजों ने वेदों का अक्षय खजाना हमें सौपा है जिसका अध्ययन करने के लिए मनुष्य की जिंदगी बहुत छोटी पड़ेगी ।
' विविधता में एकता
भारत की है विशेषता । '
ऐसा कहना अत्युक्ति नहीं है । यहाँ कई जाति - धर्म के लोग एक साथ मिल - जुलकर रहते हैं । वे अनेक भाषाएँ बोलते हैं । उनका खान - मान , वेशभूषा , रीति - रिवाज सब अलग है लेकिन दिल हिंदुस्तानी है । यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता , प्राचीन इमारतें , कीले आदि चीजें विदेशी पर्यटकों को लुभाती हैं । कश्मीर की सुंदरता स्वर्ग से कम नहीं । फल - फूल अनाज से यह धरती सुफला है । भारत की भूमि खनीजों से समृद्ध है ।
यह राम - कृष्ण , गौतम - गांधी का देश है । इसने हमेशा विश्व शांति का नारा दिया है । प्राचीन काल में इसे सोने की चिड़िया कहते थे । ईर्ष्यावश इसे कई विदेशी आक्रमणों के घाव सहने पड़े परंतु इतिहास गवाह है कि भारत कभी जाकर किसी देश से व्यर्थ में उलझा नहीं है । अहिंसा की सिखावन देकर इसने भाईचारा स्थापित करने की कोशिश की है । अन्याय और अत्याचार के खिलाफ बिना शस्त्र के लड़कर इसने दुनिया को नया सबक दिया है । आजादी का इतिहास देश - प्रेम और समर्पण की मिसाल है । इस देश का आज चौतरफा विकास हो रहा है और विश्व के प्रमुख देशों में इसकी गिनती है । यह इसीलिए संभव हो पाया है क्योंकि देशवासी सोचते हैं ,
' जिएँ तो सदा उसी के लिए , यही अभिमान रहे , यह हर्ष ,
निछावर कर दें हम सर्वस्व , हमारा प्यारा भारत वर्ष । ' • •