मेरे जीवन लक्ष्य पर निबंध हंड्रेड वर्ड्स football
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FOR 100 WORDS BRO/SIS
मेरे जीवन का लक्ष्य एक सच्चा और इमानदार नेता बनना है। मैं नेता बनकर देश से भ्रष्टाचार खत्म करूँगा और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करूँगा। मैं नेता बनकर देश के हित में कार्य करना चाहता हूँ और युवाओं के लिए रोजगार के नए नए साधन उपलब्ध कराना चाहता हूँ। नेता का कर्तव्य देश की जनता के हित में कार्य करना होता है और उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रयास करना होता है। मैं नेता बनकर सर्वप्रथम देश से कालेधन और रिश्वत को खत्म करूँगा और विदेशों से उच्च तकनीक को हमारे देश में लाऊँगा। मैं एक ईमानदार और देशभक्त नेता बनना चाहता हूँ।
FOR 200 WORDS BRO/SIS
हर मनुष्य अपने जीवन का कुछ न कुछ लक्ष्य निर्धारित करता है जिसे वह प्राप्त करना चाहता है। मेरे जीवन का लक्ष्य एक अच्छा डॉक्टर बनना है और लोगों के प्राणों को बचाना है। मैं डॉक्टर बनकर गरीब और असहाय लोगों का मुफ्त में इलाज करना चाहता हूँ। मैं अपने गाँव में चिकित्सा की वो सभी सुविधाएँ लाना चाहता हूँ जिनसे मेरा गाँव अभी तक वंचित है और इन सुविधाओं की कमी के कारण बहुत से लोग अपनी जान गँवा बैठते है या फिर इलाज के लिए उन्हें दुर जाना पड़ता है। मैं डॉक्टर बनकर हर हफ्ते लोगों के लिए मुफ्त में चैकप कैंप लगाना चाहता हूँ ताकि लोगों को समय से ही बिमारी का पता चल जाए और इलाज किया जा सके।
मैं डॉक्टर बनकर मरीजों के साथ प्यार ये बात करूँगा और उनका इलाज मुस्कुराते हुए करूँगा जिससे कि उनका हौंसला बढ़ सके और वह निराश न हो। मैं अपने मरीजों को एक अच्छा वातावरण देना चाहता हूँ और उनके प्राण बचाने का हर संभव प्रयास करूँगा। मैं एक विवेकशील, कुशल और आदर्श डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहता हूँ और यही मेरा जीवन का लक्ष्य है जिसे प्राप्त करने के लिए मैं कठिन मेहनत कर रहा हूँ।
FOR 300 WORDS BRO/SIS
हर व्यक्ति के जीवन का कोई न कोई लक्ष्य होता है जिसे वह प्राप्त करना चाहता है और उस लक्ष्य को प्राप्त करके अपने जीवन को यापन करना चाहता है। मनुष्य और इंसान में यही फर्क है कि मनुष्य लक्ष्य के साथ जीते हैं और पशु अपने जीवन को ऐसे ही व्यतीत कर देते हैं। मेरा भी जीवन में एक लक्ष्य है और वह है एक अच्छा शिक्षक बनने का। मैं शिक्षक बनकर लोगों को उनके भविष्य बनाने में सहायता करना चाहता हूँ। बहुत से लोगों के लिए शिक्षक बहुत ही साधारण सा लक्ष्य है लेकिन शिक्षक ही ऐसा व्यक्ति है जो बाकि सभी के भविष्य का निर्माता है। मैं शिक्षक बनकर बच्चों को पढ़ाई की तरफ आकर्षित करना चाहता हूँ और गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा देना चाहता हूँ।
मैनें शिक्षक बनने का निर्णय केवल धन कमाने के उद्देश्य से नहीं किया है बल्कि देश को एक उज्जवल भविष्य देने के इरादे से किया है। मैं हिंदी का अध्यापक बनना चाहता हूँ जिससे कि मैं बच्चों में राष्ट्रभाषा के प्रति भी प्रेम और सम्मान जगा सकूँ। कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को बिना प्रयास किए हासिल नहीं कर सकता है। मुझे भी अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कठिन मेहनत करनी होगी और एम.ए. हिंदी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करनी होगी और साथ ही अन्य ग्यानवर्धक पुस्तकों को भी पढ़ना होगा।
मैं शिक्षक बनकर अपने विद्यार्थियों को विषय के ग्यान के साथ साथ व्यवहारिक ग्यान भी देना चाहता हूँ और उनके साथ मित्र बनकर उनकी मानसिक स्थिति को समझना चाहता हूँ और उन्हें एक अनुकुल वातावरण देना चाहता हूँ। मैं उन्हें हर कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित करूँगा और उनका मनोबल बढाऊँगा। मैं किसी भी छात्र से किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करूँगा ।
मेरे जीवन का लक्ष्य एक आदर्श, कुशल और विवेकशील अध्यापक बनकर राष्ट्र को निर्माण में सहयोग देना है।