मार्टिन लूथर ने किस प्रकार प्रेस की प्रशंसा
की व्याख्या
Answers
Answer:
Next
पुनर्जागरण से जुड़े रोचक तथ्य और जानकारियां
यूरोप में मध्यकाल में आए एक संस्कृतिक आंदोलन को पुनर्जागरण कहते हैं. यह आंदोलन इटली से आरम्भ होकर पूरे यूरोप में फैल गया. इस आन्दोलन का समय 14वीं शताब्दी से लेकर 17वीं शताब्दी तक माना जाता है.
ADVERTISEMENT
aajtak.in
aajtak.in [Edited by: रीता चौधरी]
नई दिल्ली, 22 August 2014
पुनर्जागरण से जुड़े रोचक तथ्य और जानकारियां
यूरोप में मध्यकाल में आए सांस्कृतिक आंदोलन को पुनर्जागरण कहते हैं. यह आंदोलन इटली से आरंभ होकर पूरे यूरोप में फैल गया. इस आन्दोलन का समय चौदहवीं शताब्दी से लेकर सत्रहवीं शताब्दी तक माना जाता है. पुनर्जागरण का अर्थ पुनर्जन्म होता है. मुख्यत: यह यूनान और रोम के प्राचीन शास्त्रीय ज्ञान की पुन:प्रतिष्ठा का भाव प्रकट करता है.
यूरोप में मध्ययुग की समाप्ति और आधुनिक युग का प्रारंभ इसी समय से माना जाता है. इटालवी पुनर्जागरण में साहित्य की विषयवस्तु की अपेक्षा उसके रूप पर अधिक ध्यान दिया जाता था. जर्मनी में इसका अर्थ श्रम और आत्मसंयम था, इतालवियों के लिए आराम और आमोद-प्रमोद ही मानवीय आदर्श था. पुनर्जागरण के दौरान ज्योतिष शास्त्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए और गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, चिकित्सा, जीवविज्ञान और सामाजिक विज्ञानों में बहुमूल्य योगदान हुए. रॉजर बेकन ने अपनी कृति "सालामन्ज हाउस" में पुनर्जागरण की आदर्शवादी भावना को अभिव्यक्ति प्रदान की है. पुनर्जागरण से जुड़े तथ्य इस प्रकार हैं:
(1) धर्म-सुधार आंदोलन का प्रवर्तक
(2) पुनर्जागरण की शुरुआत इटली के फ्लोरेंस नगर में हुई थी.
(3) पुनर्जागरण का अग्रदूत इटली के महान कवि दांते (1260-1321 ई.) थे.
(4) दांते का जन्म इटली के फ्लोरेंस नगर में हुआ था.
(5) दांते ने प्राचीन लैटिन भाषा छोड़कर तत्कालीन इटली की बोलचाल की भाषा टस्कन में टिवाइन कॉमेडी नामक काव्य लिखा. इसमें दांते ने स्वर्ग और नरक की एक काल्पनिक यात्रा का वर्णन किया है.
(6) दांते के बाद पुनर्जागरण को आगे ले जाने वाला दूसरा व्यक्ति पेट्रॉक (1304-1367) था.
(7) मानववाद का संस्थापक पेट्रॉक को माना जाता है. पेट्रॉक इटली का रहने वाला था.
(8) इतालियन गद्य का जनक कहानीकार बोकेशियो (1313-1375 ई.) को माना जाता है.
(9) बोकेशियो की प्रसिद्ध पुस्ताक डेकामेरॉन है.
(10) आधुनिक विश्व का पहला राजनीतिक चिंतक फ्लोरेंस निवासी मैकियावेली (1469-1567 ई.) थे.
(11) मैकियावेली की द प्रिंस किताब राज्य की एक नई तस्वीर दिखाती है.
(12) पुनर्जागरण की भावना की पूर्ण अभिव्यक्ति इटली के तीन कलाकारों लियोनार्दो द विंची, माइकल एंजलो और राफेल की कृतियों में मिलती है.
(13) लियोनार्दो द विंची एक बहुमुखी प्रतिभासम्पन्न व्यक्ति था. वह चित्रकार, मूर्तिकार, इंजीनियर, वैज्ञानिक, दार्शनिक, कवि और गायक था.
(14) द लास्टं सपर और मोनालिसा नामक अमर चित्रों को बनाने वाले लियोनार्दो द विंची थे.
(15) द लास्ट जजमेंट और द फॉल ऑफ मैन माइकल एंजलो की कृतियां हैं.
लूथर ने मुद्रण की प्रशंसा यह कह कर की कि मुद्रण ईश्वर कि महानतम देनों में से एक है ।
Explanation:
- मार्टिन लूथर ने रोमन कैथोलिक चर्च के कार्यो की आलोचना करते हुए अपनी पिच्चानवे स्थापनाएँ लिखी।
- इस पिच्यानवें स्थापनाओं की एक कॉपी को गिरजिघर के पीछे भी टाँगा गया।
- अपनी इन पिच्यानवें स्थापनाओं के द्वारा उन्होंने चर्च के शस्त्रार्थियों को खुली चुनौती दी।
- इसके साथ ही लूथर द्वारा लिखे गए लेख बड़ी संख्या में पढ़े और छापे जानें लगे।
- इसके परिणामस्वरूप चर्च का विभाजन भी हो गया।
- कुछ ही हफ़्तों में नई टेस्टामेंट के लूथर के अनुवाद की लगभग ५०० प्रतियाँ बिक गई जिसके चलते तीन माह के भीतर ही दूसरा संस्करण भी निकलना पड़ा।
- इस पर लूथर ने मुद्रण की प्रशंसा यह कह कर की कि मुद्रण ईश्वर कि महानतम देनों में से एक है ।
और अधिक जानें:
निम्नलिखित के कारण दें
https://brainly.in/question/9630717