Geography, asked by mubashirk6435, 11 months ago

मृदा अपरदन से क्या तात्पर्य है?
अथवा
मृदा कटाव का क्या अर्थ है?

Answers

Answered by dynamogaming14
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एक क्षेत्र जहाँ वृक्षों का घनत्व अत्यधिक रहता है उसे वन कहते हैं। जंगल की कई परिभाषाएँ हैं, जो कि विभिन्न मापदंडों पर आधारित हैं। वनों ने पृथ्वी के लगभग 9.5% भाग को घेर रखा है और कुल भूमि क्षेत्र का लगभग 30% भाग घेर रखा है। कभी वन कुल भूमि क्षेत्र के 50% भाग में फैल हुए थे। वन जीव जन्तुओं के लिए आवास स्थल, जल-चक्र को प्रभावित करते हैं और मृदा संरक्षण के काम आते हैं इसी कारण यह पृथ्वी के जैवमण्डल का अहम हिस्सा कहलाते हैं। वन धरती के सबसे प्रमुख स्थलीय पारितंत्र हैं। वन घरती के जीव मडंल के कुल सकल प्राथमिक उत्पाद के 75% के लिए उत्तरदायी है और धरती की 80% वनस्पतियाँ वनों में पाई जाती हैं| अलग अलग ऊंचाइयों पर स्तिथ वन विभिन्न पारितंत्र का निर्माण करते हैं| जैसे ध्रुवों के निकट बोरील वन, भूमध्य रेखा के निकट उष्ण कटिबन्धीय. वन और मध्यम ऊंचाइयों पर शीतोष्ण वन| किसी क्षेत्र की ऊंचाई और वहां मौजूद नमी उस क्षेत्र में पाए जाने वाले वृक्षों पर प्रभाव डालते हैं| मानव और वन एक दूसरे पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही प्रभाव डालते हैं| वन मनुष्य को संसाधन उपलब्ध कराते हैं कमाई का स्त्रोत भी उपलब्ध कराते हैं| वन मनुष्य के स्वासथ्य को भी प्रभावित करते हैं | वहीँ मनुष्य के हस्तक्षेप से वन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है |

Answered by hemantsuts012
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Answer:

Concept:

मृदा अपरदनः बहते हुए जल, हवा तथा जीव-जन्तुओं व मानव की क्रियाओं द्वारा भू-पटल की ऊपरी उपजाऊ मिट्टी की परत के कट जाने और उड़कर अन्यत्र रूपान्तरित हो जाने को मिट्टी का कटाव या मृदा अपरदन कहा जाता है।

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मृदा अपरदन से क्या तात्पर्य है?

Given:

मृदा अपरदन से क्या तात्पर्य है?

Explanation:

मृदा अपरदनः बहते हुए जल, हवा तथा जीव-जन्तुओं व मानव की क्रियाओं द्वारा भू-पटल की ऊपरी उपजाऊ मिट्टी की परत के कट जाने और उड़कर अन्यत्र रूपान्तरित हो जाने को मिट्टी का कटाव या मृदा अपरदन कहा जाता है।

मृदा अपरदन के कारक -

1) जलवायु जलवायु जैसे- वर्षा, तापमान, वायु - आदि मृदा अपरदन के कारण है |

2) वन- पौधे की जड़ें मिटटी को बांध कर रखती है, इसलिए वनों की कटाई मृदा अपरदन का एक प्रमुख कारक है|

3) अस्थाई कृषि अभी भी बहुत से स्थानों में - अस्थाई कृषि की जाती है जिसके कारण वनों की कटाई निरंतर बनी रहती है जो की मृदा अपरदन में एक महत्वपूर्ण कारक है

4) ढाल युक्त भूमि ऐसे स्थान जहाँ पर ढाल भूमि है - वहाँ मृदा का अधिक अपरदन होता है

5) मानवीय कारक मानव द्वारा किये जाने वाले प्राकृतिक दोहन भी मृदा अपरदन का एक प्रमुख है। मानव निरंतर पेड़ो की कटाई कर रहा है, खनिजो के के लिए जमीन की खुदाई कर है जो की मृदा अपरदन का एक प्रमुख कारक है।

मृदा अपरदन को रोकने के उपाय -

1) आवश्यकता के अनुसार ही वनों की कटाई करना चाहिए तथा तथा आवश्यकताओं के लिए वृक्षारोपण कर पहले से वृक्ष तैयार रखना |

2) स्थाई कृषि करना

3) अत्यधिक पशुचारण को रोकना

4) बाढ़ को रोकने के लिए बांध बनाकर

#SPJ3

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