मैथिलीशरण गुप्त की दो काव्य रचनाओं के नाम लिखिए
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मैथिलीशरण गुप्त की दो काव्य रचनाओं के नाम इस प्रकार हैं...
- साकेत
- यशोधरा
साकेत : ‘साकेत’ मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित एक महाकाव्य है, जिसका प्रकाशन 1931 में हुआ था। ये महाकाव्य 12 सर्गों में विभाजित है। इस महाकाव्य में कवि मैथिलीशरण गुप्त ने लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला को केंद्र में रखा है, और लक्ष्मण के राम-सीता के वनवास जाने के बाद उर्मिला की मनोस्थिति का वर्णन किया है।
यशोधरा : ‘यशोधरा’ मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित यशोधरा का प्रकाशन 1932-33 में हुआ था। ये महाकाव्य गौतम बुद्ध यानि राजकुमार सिद्धार्थ द्वारा राजपाट और अपनी पत्नी यशोधरा का त्याग कर वन गमन के बाद यशोधरा की मनोस्थिति और विरह व्यथा पर केंद्रित है।
व्याख्या :
राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त हिंदी साहित्य के महान साहित्यकार रहे हैं। उनकी अप्रतिम रचनाओं के लिए उन्हे राष्ट्रकवि कहकर संबोधित किया जाता है।
मैथिलीशरण गुप्त का जन्म 3 अगस्त 1886 को उत्तर प्रदेश के झांसी जिले चिरगाँव में हुआ था। उनका निधन 12 दिसंबर 1964 को हुआ।
मैथिलीशरण गुप्त की प्रसिद्ध रचनाओं में साकेत, पंचवटी, सैरन्ध्री, यशोधरा, भारत-भारती, झंकार, स्वदेश, संगीत, किसान, जयद्रथ-वध, पत्रावली, द्वापर, जय भारत, नहुष, गुरुकुल आदि के नाम प्रमुख हैं।