मैं विद्यालय जाता हूं - वाच्य भेद बताइए- *
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Answer: मैं विद्यालय जाता हूं- कर्तृ वाच्य
Explanation: जब वाक्य में क्रिया कर्ता की क्रिया का बोध होता है, तब उसे कर्तृ वाच्य कहते हैं।
- "मैं विद्यालय जाता हूँ" में क्रिया "जाता हूँ" कर्ता "मैं" है। इसलिए "जाता हूँ" कर्तृ वाच्य है।
वाच्य क्रिया का वह रूप है जो कर्ता, क्रिया या वाक्य की भावना को दर्शाता है जो क्रिया का प्रमुख विषय है।
वाच्य तीन प्रकार के होते है -
- कर्तरि वाच्य
- कर्म वाच्य
- भाव वाच्य
- कर्तरि वाच्य - इस प्रकार के वाच्य में कर्ता क्रिया का भोद कराता है।
जैसे - राम जाता है|
शाम लड़ता है |
गीता गाना गाती है |
- कर्म वाच्य- इस प्रकार के वाच्य वस्तु की गतिविधि का परिणाम या भोद कराता है।
जैसे- राम के द्वारा खाना खाया गया|
गीता के द्वारा गीत गाया गया|
शाम के द्वारा पानी पिया गया|
- भाव वाच्य - इस प्रकार के वाच्य में क्रिया किसी अवस्था या परिस्थिति का बोध कराती है।
जैसे- मुझसे ये किया नी जाता|
राम से चला नहीं जाता|
गीता से गाया नहीं जाता|
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