महिलाओं की महती भूमिका के बारे में गाँधी जी ने कहा था - “ स्त्रियों के अधिकारों के प्रश्न पर मैं किसी प्रकार का समझौता करने के लिए तैयार नहीं हूँ | वह तो उनका जन्म सिद्ध अधिकार है | मेरी राय में उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए | स्त्री घर की स्वामिनी है। पुरुष रोटी कमाता है, वह उसे सबको बाँटती और खिलाती है | घर का, बच्चों का पालन करती है| वह राष्ट्रमाता है , यदि वह रक्षा न करे तो सारी मानव जाति नष्ट हो जाए ।" ◆ (अ) घर की स्वामिनी कौन है ? ◆ (ब) गाँधी जी किस बात के लिए समझौता नहीं करना चाहते ? ◆ (स) उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए। ◆ (द) उपर्युक्त गद्यांश का सारांश 30 शब्दों में लिखिए। (ध) ‘असुविधा’ शब्द का विलोम तथा ‘महती’ शब्द का अर्थ बताइए |
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Mahi Matlab maharishi
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