Mahanagri jevan ak vardan
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महानगर बनने की प्रक्रिया में नगरों के विकास के साथ उनमें प्रत्येक दृष्टिकोण से विस्तार हुआ है । हमारे देश में दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, इन चार प्रमुख नगरों का क्षेत्रफल में बहुत अधिक विस्तार हुआ है । इस विस्तार में निकटवर्ती कृषि योग्य भूमि और अन्य क्षेत्रों को भी सम्मिलित करके वहाँ ऊँची-ऊँची इमारतों, कल-कारखानों आदि निर्माण किया गया है ।
महानगरों की ओर लोगों के आकर्षित होने का प्रमुख कारण रोजगार है । गाँव-कस्बों और छोटे नगरों की तुलना में महानगरों में रोजगार के अधिक अवसर हैं । महानगरों में उद्योग-धन्धों के विकास के अतिरिक्त रोजगार के अन्य अनेक साधन उपलब्ध हैं । नौकरियों कें लिऐ सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय महानगरों में ही अधिक हैं ।
महानगरों की बढ़ती जनसंख्या के कारण यहाँ यातायात की आवश्यकता भी बड़ी है और यातायात के विभिन्न साधनों के संचालन हेतु नौकरियों में भी वृद्धि हुई है । रोजगार के दृष्टिकोण से कहा जा सकता है कि महानगरों में व्यक्ति को काम-धंधा मिलना कठिन नहीं है । यदि व्यक्ति चाहे तो काम-धंधा खोजने में अवश्य सफल हो सकता है ।
विज्ञान के विकास के कारण महानगरों का जीवन अधिक सुविधा सम्पन्न भी हुआ है । नयी-नयी वैज्ञानिक खोजों का उपयोग पहले महानगरों में ही किया जाता है । महानगरों के निवासियों को यातायात के अतिरिक्त चिकित्सा, संचार आदि क्षेत्रों में नयी-नयी सुविधाएँ उपलब्ध हैं । शिक्षा संस्थानों की भी महानगरों में कमी नहीं है ।
महानगरों की ओर लोगों के आकर्षित होने का प्रमुख कारण रोजगार है । गाँव-कस्बों और छोटे नगरों की तुलना में महानगरों में रोजगार के अधिक अवसर हैं । महानगरों में उद्योग-धन्धों के विकास के अतिरिक्त रोजगार के अन्य अनेक साधन उपलब्ध हैं । नौकरियों कें लिऐ सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय महानगरों में ही अधिक हैं ।
महानगरों की बढ़ती जनसंख्या के कारण यहाँ यातायात की आवश्यकता भी बड़ी है और यातायात के विभिन्न साधनों के संचालन हेतु नौकरियों में भी वृद्धि हुई है । रोजगार के दृष्टिकोण से कहा जा सकता है कि महानगरों में व्यक्ति को काम-धंधा मिलना कठिन नहीं है । यदि व्यक्ति चाहे तो काम-धंधा खोजने में अवश्य सफल हो सकता है ।
विज्ञान के विकास के कारण महानगरों का जीवन अधिक सुविधा सम्पन्न भी हुआ है । नयी-नयी वैज्ञानिक खोजों का उपयोग पहले महानगरों में ही किया जाता है । महानगरों के निवासियों को यातायात के अतिरिक्त चिकित्सा, संचार आदि क्षेत्रों में नयी-नयी सुविधाएँ उपलब्ध हैं । शिक्षा संस्थानों की भी महानगरों में कमी नहीं है ।
guptavarun301:
Thanks so much
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